ग्रॉसरी के साथ अब खाने की डिलीवरी भी करेगा Zepto, मात्र 10 मिनट में घर पहुंचेगा खाना

ग्रॉसरी की डिलीवरी करने वाला प्लेटफॉर्म Zepto भी अब फूड डिलीवर करेगा. कंपनी का दावा है कि जेप्टो से एक अलग एप्लीकेशन जिसका नाम Zepto Cafe है, वहां से ऑर्डर करने पर ग्राहक को मात्र 10 मिनट में फूड डिलीवर किया जाएगा.

अब फूड की डिलीवरी भी करेगा जेप्टो Image Credit: @Tv9

भारत में क्विक कॉमर्स सेगमेंट काफी तेजी से बढ़ रहा है. पहले से मौजूद कंपनियां अलग-अलग प्लान के साथ इस सेगमेंट में कदम रख रही हैं. प्रोडक्ट से लेकर फूड डिलीवरी कंपनियों तक, सभी इस सेगमेंट में एंट्री कर रहे हैं. इसी कड़ी में ग्रॉसरी की डिलीवरी करने वाला प्लेटफॉर्म Zepto भी अब फूड डिलीवर करेगा. कंपनी का दावा है कि जेप्टो से एक अलग एप्लीकेशन जिसका नाम Zepto Cafe है, वहां से ऑर्डर करने पर ग्राहक को मात्र 10 मिनट में फूड डिलीवर किया जाएगा.

कंपनी के मालिक ने दी जानकारी

जेप्टो के सीईओ और को-फाउंडर आदित पालिचा ने 11 दिसंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए पोस्ट किया. पोस्ट के अनुसार, जेप्टो से अलग एप्लीकेशन जेप्टो कैफे को अगले हफ्ते लॉन्च किया जाएगा. पालिचा ने अपने पोस्ट में लिखा, “कैफे काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. हम हर महीने 100 से ज्यादा कैफे लॉन्च कर रहे हैं.”

कई मॉडल पर हुई चर्चा

जोमैटो की ही तरह जेप्टो ने भी दो अलग सर्विसेज के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म को लॉन्च कर दिया है. फूड डिलीवरी के लिए ग्राहक जोमैटो पर जाते हैं वहीं ग्रॉसरी के लिए वह ब्लिंकइट की ओर रुख करते हैं. कंपनी का कहना है कि विश्लेषकों, फाउंडर्स और दूसरे स्टेकहोल्डर्स के बीच बिजनेस मॉडल को लेकर बहस चलती रही. स्विगी और जोमैटो के बिजनेस मॉडल को लेकर बातचीत काफी लंबे समय तक चला. जहां स्विगी एक ही एप्लीकेशन में दोनों सर्विस प्रदान करता है वहीं जोमैटो, ग्रॉसरी के लिए ब्लिकंइट से सर्विस देता है. मौजूदा समय में जेप्टो दोनों ही मॉडलों पर काम कर रहा है.

10 मिनट फूड डिलीवरी सेक्टर की लड़ाई

हालांकि पालिचा ने इस सेगमेंट की शुरुआत किन शहरों में होगी इस बात की जानकारी फिलहाल नहीं दी है. इस साल की शुरुआत में स्विगी ने बोल्ट के लॉन्च के साथ 10 मिनट में फूड डिलीवरी सर्विस की शुरुआत की थी. बोल्ट 2 किलोमीटर के दायरे में फूड की डिलीवरी करता है. इन फूड्स में जल्द तैयार होने वाली खाने जैसे बर्गर, स्नैक्स और बिरयानी शामिल हैं. मौजूदा समय में इसका विस्तार देश भर के 400 से अधिक शहरों और कस्बों में हो चुका है.