अमेरिका का चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध, पाकिस्तान को मिसाइल बनाने में कर रहीं थी मदद
अमेरिका ने पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम का समर्थन करने वाली 4 चीनी कंपनियों पर बैन लगा दिया है. इसके साथ ही कार्यक्रम में शामिल एक पाकिस्तानी कंपनी और चीन के रहने वाले एक व्यक्ति पर भी कार्रवाई की है. अमेरिका ने पिछले साल अक्टूबर में भी चीन की 3 कंपनियों पर बैन लगाया था.
अमेरिका ने पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम का समर्थन करने वाली 4 चीनी कंपनियों पर बैन लगा दिया है. इसके साथ ही कार्यक्रम में शामिल एक पाकिस्तानी कंपनी और चीन के रहने वाले एक व्यक्ति पर भी कार्रवाई की है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी कर इसकी जानकारी दी, जिसमें कहा गया कि अमेरिका इस तरीके की किसी भी गतिविधि का समर्थन नहीं करता है. चाहे वे कहीं भी हो किसी भी देश में हो.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका ने मिसाइल प्रतिबंध कानून (एईसीए) और ईसीआरए के तहत बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑटोमेशन फॉर मशीन बिल्डिंग इंडस्ट्री पर प्रतिबंध लगाए हैं. आरोप है कि कंपनी ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय विकास परिसर (एनडीसी) के साथ मिलकर बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास में काम किया था. मैथ्यू ने बताया कि बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एनडीसी के साथ मिलकर पाकिस्तान की लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास और उत्पादन में काम किया है. इससे पीछे का उनका लक्ष्य शाहीन-3 और अबाबील सहित बड़े रॉकेट मोटर्स के परीक्षण के लिए उपकरणों को खरीदना है.
पहले भी लगाया था बैन
अमेरिका ने पिछले साल अक्टूबर में भी चीन की 3 कंपनियों पर बैन लगाया था. अमेरिकी विदेश विभाग ने जनरल टेक्नोलॉजी लिमिटेड, बीजिंग लुओ लुओ टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड और चांगझोउ यूटेक कम्पोजिट कंपनी लिमिटेड पर बैन लगाया था. इन कंपनियों पर बैलिस्टिक मिसाइल रॉकेट इंजन में घटकों को जोड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाली ब्रेजिंग सामग्री की आपूर्ति, दहन कक्षों के उत्पादन और ठोस प्रणोदक रॉकेट मोटर्स के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले मंडल और अन्य मशीनरी की आपूर्ति के लिए प्रतिबंध लगाया था.
बयान में कहा गया है कि विभाग ने मिसाइल प्रतिबंध कानूनों के तहत पाकिस्तान स्थित संस्था इनोवेटिव इक्विपमेंट पर भी प्रतिबंध लगाए हैं. मैथ्यू मिलर ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका चिंताजनक प्रसार और संबंधित खरीद गतिविधियों के विरुद्ध कार्रवाई करना जारी रखेगा.चाहे वे कहीं भी घटित हों किसी भी देश में हों.