ब्रिटेन का लग्जरी ब्रांड Burberry हर साल क्यों जला देता है अपने ही बनाए कपड़े?

Burberry का टी-शर्ट या जीन्स पहन कर कई लोग सोशल मीडिया पर अपनी फोटो शेयर करते हैं और इस ब्रांड पर गर्व करते हैं. लेकिन ये ब्रांड अपने ही करोड़ों के कपड़ों को जला देता है, जानें क्यों?

ब्रिटेन का लग्जरी फैशन ब्रांड Burberry Image Credit: Cheng Xin/Getty Images

ब्रिटेन का एक लग्जरी फैशन ब्रांड है Burberry जो हर साल अपने कपड़ों को जला देता है. है न अजीब? इसे लेकर 2018 में कंपनी को खूब आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा, बाद में जब यह सामने आया कि उन्होंने उन कपडों, बैग, और परफ्यूम जैसे प्रोडक्ट्स को जला कर राख कर दिया जो बिके नहीं थे. Burberry ने इसे अपनी एन्युअल रिपोर्ट में भी दर्ज किया और बताया कि कुल 28.6 मिलियन पाउंड लगभग 300 करोड़ रुपये के प्रोडक्ट्स को जला दिया गया. इनमें से 10.4 मिलियन पाउंड का सामान ब्यूटी प्रोडक्ट्स से जुड़ा था.

लेकिन Burberry ऐसा क्यों करता है?

यह खबर किसी के लिए भी चौंकाने वाली थी, लेकिन फैशन इंडस्ट्री में यह चलन नया नहीं है. कई लग्जरी ब्रांड बिना बिके हुए प्रोडक्ट को जला देते हैं या खत्म कर देते हैं ताकि वे चोरी न हों या सस्ते दामों पर न बिक सकें.

Burberry के प्रवक्ता कह चुके हैं कि जलाने और खत्म करने का यह काम पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ही किया जाता है. उन्होंने कहा, “हम बचे हुए स्टॉक को कम करने के लिए सख्त प्रोसेस अपनाते हैं. जब प्रोडक्ट्स को खत्म करने की जरूरत होती है, तो हम इसे जिम्मेदारी से करते हैं और अपने कचरे को कम करने और रिसाइकल करने के तरीके खोजते रहते हैं.”

Burberry और अन्य लग्जरी ब्रांड यह कदम इसलिए उठाते हैं ताकि उनके प्रोडक्ट्स बाजार में डिस्काउंट पर न बिक सकें और उनकी ब्रांड वैल्यू भी बरकरार रहे.

बता दें कि इस कंपनी एक सिंपल सी टी शर्ट ही 40 हजार रुपये तक आती है वहीं जीन्स की बात करें तो यह 60 हजार रुपये से भी ज्यादा महंगी होती है.

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जो माल बिकता नहीं उसे अगले साल क्यों नहीं बेचते?

आप सोच रहे होंगे अगर सालभर में प्रोडक्ट नहीं बिका तो उसे अगले साल बेचा जा सकता है. लेकिन अमेरिका के टैक्स नियम के अनुसार, अगर प्रोडक्ट्स को एक्सपोर्ट के बाद नष्ट किया जाए, तो कंपनियों को 99% टैक्स वापस मिल जाता है. इसका मतलब यह है कि कंपनियों को इन प्रोडक्ट को कम कीमत पर बेचने की तुलना में नष्ट करना ज्यादा फायदे का सौदा लगता है. ऐसे में कंपनी की अमेरिकी यूनिट को फायदा हो सकता है.

और भी कंपनियां करती है ऐसा काम

2018 में ज्वैलरी और वॉच बनाने वाली कंपनी Cartier और Piaget जैसे ब्रांड के मालिक Richemont ने दो साल में 56.3 करोड़ डॉलर के प्रोडक्ट्स खत्म किए. ये सभी ब्रांड अपनी एक्सक्लूसिविटी बनाए रखने और नकली प्रोडक्ट से बचने के लिए यह कदम उठाते हैं.