चीन को मिला खजाना, 60 हजार साल तक बिजली की चिंता खत्म! भारत के पास भी है बड़ा भंडार

भारत की तरह ही चीन भी ऊर्जा का भूखा देश है. चीन को भी अपनी बिजली बनाने के लिए बड़े स्तर पर कोयला और कच्चा तेल आयात करना पड़ता है. लेकिन, अब चीन के वैज्ञानिकों ने ऐलान किया है कि उन्हें एक ऐसा खजाना मिला है, जिससे चीन आने वाले 60 हजार साल के लिए बिजली की चिंता से मुक्त हो जाएगा.

चीन में यहां मिला है थोरियम Image Credit: SCMP

चीन के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्हें 10 लाख टन से भी ज्यादा का थोरियम भंडार मिला है. इससे चीन आने वाले 60 हजार साल तक बिजली की चिंता से मुक्त हो सकता है. चीनी मीडिया पोर्टल साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट (SCMP) के मुताबिक एक सर्वे में यह पता चला है कि चीन के Bayan Obo माइनिंग कॉम्प्लेक्स में 10 लाख टन से ज्यादा थॉरियम मौजूद है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन का यह भंडार वैश्विक स्तर पर ऊर्जा क्रांति ला सकता है. इसकी मदद से पूरी दुनिया की जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता खत्म हो सकती है.

2020 में हुए इस सर्वेक्षण की जानकारी हाल में ही सार्वजनिक की गई हैं. पहले से ही यह माना जाता रहा है कि चीन के पास दुनिया में थोरियम का सबसे बड़ा भंडार है. हालांकि, यह कितना बड़ा है इसका अंदाजा अब लगा है. चीनी जियोलॉजिकल रिव्यू जर्नल में प्रकाशित सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक इनर मंगोलिया में एक आयरन ओर क्वेरी में इतना थोरियम मौजूद है कि यह अमेरिका की घरेलू बिजली जरूरतों को 1,000 वर्षों तक पूरी कर सकता है.

क्या है थोरियम

थोरियम प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला रेडियोएक्टिव मेटल है. यह मिट्टी, चट्टान और पानी में पाया जाता है. यह यूरेनियम रेडियोएक्टिव डिके से बनता है. मोनाजाइट, थोराइट और थोरियानाइट जैसे खनिजों में थोरियम पाया जाता है. थोरियम, एक सिल्वर कलर की धातु है, जिसमें अपार ऊर्जा क्षमता है.

यूरेनियम से कितना पावरफुल

यूरेनियम की तुलना में थोरियम 200 गुना ज्यादा बिजली पैदा कर सकता है. थोरियम मोल्टन-साल्ट रिएक्टर (TMSR) के जरिये काम करता है. ये रिएक्टर आकार में छोटे होते हैं. इसके अलावा पिघलने के लिहाज से काफी सुरक्षित होते हैं. इसके अलावा इन्हें ठंडा रखने के लिए पानी की भी जरूरत नहीं होती है. इसके अलावा लंबे समय तक रेडियोएक्टिव रहने वाला कचरा भी बहुत कम मात्रा में बनाते हैं.

भारत के पास कितना थोरियम

चीन में हाल में ही मिले थोरियम भंडार से पहले दुनिया में भारत के थोरियम भंडार को ही दुनिया का सबसे बड़ा थोरियम भंडार माना जाता था. एक अनुमान के मुताबिक भारत के केरल, झारखंड, बिहार, तमिलनाडु, और राजस्थान में मिलाकर करीब 5,08,000 टन का थोरियम भंडार है.