ट्रंप टैरिफ पर चीन का पलटवार, कहा धमकी देना करें बंद, बातचीत के लिए मानें ये चार शर्तें

यूएस-चीन के बीच टैरिफ वॉर बढ़ता जा रहा है. 17 अप्रैल को यूएस ने चीन के खिलाफ टैरिफ को बढ़ाकर 245 फीसदी करने का ऐलान किया. इसी बीच चीन ने भी पलटवार करते हुए कहा कि अमेरिका उन्‍हें धमकी देना बंद करें. साथ ही इस मसले को बातचीत से हल करने की इच्‍छा जताई, लेकिन इसे लेकर चार अहम शर्तें भी रखी हैं.

चीन ने अमेरिका के सामने रखी खास शर्तें Image Credit: money9

US-China tariff war: यूएस-चीन के बीच ट्रेड वॉर बढ़ता जा रहा है. ट्रंप सरकार जहां लगातार एक के बाद एक चीन पर टैरिफ बढ़ाता जा रहा है, वहीं चीन भी इसके पलवार में पीछे नहीं है. 16 अप्रैल को अमेरिका ने चीन पर टैरिफ को दोबारा बढ़ाकर 245% कर दिया. इसके जवाब में चीन ने भी कड़े अंदाज में चेतावनी देते हुए कहा कि बातचीत के लिए यूएस को धमकी देना बंद करना होगा. साथ ही इस उसे कुछ शर्तें माननी होगी.

चीन का कहना है कि वो टैरिफ मसले पर बातचीत को तैयार है. अगर अमेरिका वाकई इसके जरिए समाधान चाहता है तो उसे दबाव डालना, धमकी देना और ब्लैकमेलिंग बंद करनी होगी. साथ ही, बातचीत समानता, सम्मान और पारस्परिक लाभ के आधार पर होनी चाहिए. टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने अमेरिका के सामने इस सिलसिले में चार अहम मांगें भी रखी हैं, जो इस प्रकार हैं.

  • अमेरिकी मंत्रिमंडल के सदस्यों की अपमानजनक बयानबाजी पर रोक लगाई जाए.
  • व्यापार मामलों में अमेरिका की नीति में एकरूपता हो.
  • अमेरिकी प्रतिबंधों और ताइवान नीति को लेकर चीन की चिंताओं का समाधान किया जाए.
  • एक मुख्य वार्ताकार की नियुक्ति है जो ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच औपचारिक समझौते का सही खाका तैयार कर सके.

दुर्लभ खनिज बना हथियार

इस टैरिफ वॉर में चीन का दुर्लभ खनिजों का भंडार यानी रेयर अर्थ एलीमेंट्स की आपूर्ति एक अहम किरदार निभा रही है. चीन के लिए ये उसका सबसे बड़ा हथियार बनकर उभरा है. चूंकि 4 अप्रैल को ट्रंप ने चीन पर 34 फीसदी टैरिफ लगाए जाने का ऐलान किया था, इसके बदले में चीन ने सात दुर्लभ खनिजों और उनसे बने उत्पादों, जैसे मैग्नेट, पर निर्यात प्रतिबंध लगा दिया था. जिसे बाद में और बढ़ा दिया गया. अब ये 17 धातुएं, जो आईफोन से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों और हाईटेक हथियारों तक में इस्तेमाल होती हैं वो चीन अमेरिका को मुहैया नहीं कराएगा. बता दें वैश्विक स्तर पर 61% दुर्लभ खनिजों का खनन और 92% प्रसंस्करण चीन के नियंत्रण में है. ऐसे में अमेरिका के हथियार निर्माताओं को मुश्किलें हो सकती हैं, क्योंकि वे इन खनिजों के लिए चीन पर निर्भर हैं.

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चीन की अर्थव्यवस्था पर क्‍या दिखेगा असर?

रिपोर्ट के अनुसार चीन ने बुधवार को जानकारी दी कि उसकी अर्थव्यवस्था 2025 की पहली तिमाही में 5.4% की उम्मीद से बेहतर दर से बढ़ी है. निर्यातकों ने अमेरिकी टैरिफ लागू होने से पहले सामान भेजने में तेजी दिखाई. हालांकि, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि टैरिफ का असर दूसरी तिमाही में देखने को मिल सकता है.