TRUMP 2.0: राष्ट्रपति ट्रंप भारतीय छात्रों पर करेंगे सख्ती ! जानें किस बात का है डर
ट्रंप प्रशासन के तहत भारतीय छात्रों के लिए कई दिकक्तें पैदा हो सकती हैं. H-1B वीजा प्रक्रिया कड़ी हो सकती है, OPT पर प्रतिबंध लग सकते हैं और STEM ग्रेजुएट्स को मिलने वाली 24 महीने की एक्सटेंशन खत्म हो सकती है. H-4 वीजा धारकों के लिए काम करने का अधिकार भी छिन सकता है.
TRUMP 2.0: अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के आगमन के साथ, भारतीय छात्रों और प्रोफेशनल्स के लिए नई इमिग्रेशन पॉलिसी की आशंका बढ़ गई है. इस बदलाव के बाद कई छात्र और युवा प्रोफेशनल चिंतित हैं, खासकर जो F-1 वीजा और OPT (ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग) कार्यक्रम के तहत अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं. ट्रंप प्रशासन की संभावित नीतियों के चलते भारतीय छात्रों को अनिश्चितता और का सामना करना पड़ रहा है. अगर नई नीतियां लागू होती हैं, तो इनका सीधा प्रभाव छात्रों के भविष्य और उनके करियर पर पड़ेगा.
ट्रंप के आने के बाद भारतीय छात्रों पर ये असर हो सकता है
H-1B वीजा पर कठिनाई:
- “स्पेशलिटी ओक्यूपेशन” की पात्रता को कड़ा किया जाने की आशंका है, अगर ऐसा होता हो तो बिना विशेष डिग्री की नौकरियों के लिए वीजा मिलना कठिन हो जाएगा
- कड़ी जांच और नए नियमों के कारण ज्यादा Requests for Evidence (RFE) और आवेदन अस्वीकृत हो सकते हैं
OPT पर प्रतिबंध:
- STEM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, और मैथमैटिक्स) ग्रेजुएट्स के लिए 24 महीने के OPT एक्सटेंशन को समाप्त करने के भी संकेत हैं.
- तीसरे पक्ष के कार्यस्थलों पर काम करने पर पाबंदी लग सकती है, जिससे नई ग्रेजुएट्स के लिए नौकरी के अवसर कम हो सकते हैं.
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ग्रीन कार्ड आवेदन में रुकावट:
- कुछ कैटेगरी में ग्रीन कार्ड आवेदन रोकने की तैयारी है, जिससे प्रोफेशनलों को अनिश्चितता का सामना करना पड़ सकता है।
- STEM ग्रेजुएट्स, जिनके लिए ग्रीन कार्ड मिलना तय था, वे लंबी प्रक्रिया और स्पष्टता की कमी से चिंतित हैं.
H-4 वीजा धारकों पर असर:
- H-4 वीजा धारकों (H-1B वीजा धारकों के परिवारों) को काम करने का अधिकार वापस लिया जा सकता है.
- ड्यूल-इंकम वाले परिवारों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
नई नीतियों के प्रभाव
- कार्यस्थल की निरीक्षणों में वृद्धि और नियोक्ताओं के लिए E-Verify पंजीकरण अनिवार्य किया जा सकता है.
- वीजा आवेदन की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है, जिससे कंपनियां विदेशी प्रोफेशनलों को काम पर रखने से हिचक सकती हैं.
विदेशी छात्रों के लिए OPT कार्यक्रम का महत्व
OPT कार्यक्रम, जो F-1 वीजा छात्रों को अमेरिकी नौकरी बाजार में काम करने का अवसर देता है, भारतीय छात्रों के लिए खासा फायदेमंद रहा है. STEM विषयों में ग्रेजुएट छात्रों को इसके तहत दो साल का विस्तार मिलता है, जिससे उन्हें H-1B वीजा प्राप्त करने का बेहतर अवसर मिलता है. हालांकि, ट्रंप प्रशासन के तहत इस कार्यक्रम को खत्म करने का खतरा हो सकता है, जो भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है.
अमेरिकी विश्वविद्यालयों पर प्रभाव
अमेरिका में उच्च शिक्षा के लिए भारतीय छात्रों का एक बड़ा योगदान है, लेकिन ट्रंप प्रशासन की नीतियां इसके लिए मुश्किलें पैदा कर सकती हैं. यदि विश्वविद्यालयों के बजट में कटौती होती है, तो शैक्षिक शुल्क और छात्रवृत्तियां बढ़ सकती हैं, जिससे भारतीय छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का खर्च और बढ़ सकता है.