यूक्रेन से मिनरल डील पर साइन कराएगा अमेरिका! क्या ट्रंप के आगे झुक गए जेलेंस्की

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार और यूक्रेन मिनरल डील पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं. यह समझौता पहले रोक दिया गया था जब ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में एक तीखी बहस हुई थी. तो क्या अब ट्रंप के आगे जेलेंस्की झुक गए हैं?

जेलेंस्की और ट्रंप के बीच जल्द हो सकती है मिनरल डील: रिपोर्ट Image Credit: PTI

Minerals Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार और यूक्रेन मिनरल डील पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं. इन खबरों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्वीट कर बताया है कि उनका देश खनिज (मिनरल) और सुरक्षा संबंधी समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है. उन्होंने इस समझौते को अधिक सुरक्षा और ठोस सुरक्षा गारंटी की दिशा में एक कदम बताया है. इसके बाद संभावित रूप से यूद्ध खत्म होने का रास्ता तैयार हो सकता है. हालांकि अभी डील को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.

कब होगी मिनरल डील

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले की जानकारी रखने वाले चार लोगों ने बताया है कि ट्रंप ने अपने सलाहकारों से कहा कि वह इस समझौते की घोषणा मंगलवार रात को कांग्रेस को संबोधित करते हुए करना चाहते हैं. हालांकि, अभी इस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हुए हैं, और हालात बदल भी सकते हैं.

वहीं व्हाइट हाउस, यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय और वाशिंगटन स्थित यूक्रेनी दूतावास ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

बहस की वजह से नहीं हो पाई थी डील?

यह समझौता पिछले शुक्रवार को रोक दिया गया था, जब ट्रंप और जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में एक तीखी बहस हुई. रिपोर्ट के मुताबिक, जेलेंस्की इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए वाशिंगटन आए थे, लेकिन बैठक के बाद उन्हें जल्द ही व्हाइट हाउस छोड़ना पड़ गया था.

बैठक के दौरान, ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जेलेंस्की को फटकार लगाई और कहा कि उन्हें अमेरिकी समर्थन के लिए आभार व्यक्त करना चाहिए, बजाय इसके कि वे अमेरिकी मीडिया के सामने और अधिक मदद की मांग करें.

ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा, “तुम लोग तीसरे विश्व युद्ध को लेकर जुआ खेल रहे हो.”

हालांकि, पिछले कुछ दिनों में अमेरिकी अधिकारियों ने कीव में अपने समकक्षों से बात की है और समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए जेलेंस्की को मनाने की कोशिश की है. रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों ने जेलेंस्की के सलाहकारों से कहा है कि वे यूक्रेनी राष्ट्रपति को ट्रंप से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए राजी करें.

मंगलवार को जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यूक्रेन इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है, लेकिन उन्होंने ओवल ऑफिस बैठक को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया.

उन्होंने लिखा, “हमारी वाशिंगटन यात्रा और व्हाइट हाउस में शुक्रवार की बैठक वैसी नहीं रही जैसी होनी चाहिए थी. लेकिन यूक्रेन जल्द से जल्द बातचीत के लिए तैयार है, ताकि स्थायी शांति के करीब पहुंचा जा सके.”

क्या है मिनरल डील?

यह अभी स्पष्ट नहीं है कि समझौते की शर्तों में कोई बदलाव किया गया है या नहीं.

ट्रंप ने 22 फरवरी को कहा था कि वह यूक्रेन को दी गई अरबों डॉलर की सैन्य और आर्थिक सहायता का पैसा वापस लेने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन की यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों यानी Rare Earth Minerals पर नजर है.

यूरोपीय संघ (EU) की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन में 34 में से 22 मिनरल के भंडार मौजूद हैं, जिन्हें “क्रिटिकल मिनरल” माना जाता है. इनमें शामिल हैं:

  • निकेल Ore, मैंगनीज, बेरिलियम, हाफ्नियम, मैग्नीशियम, जिरकोनियम: ये सभी रक्षा, परमाणु और एयरोस्पेस इंडस्ट्री में इस्तेमाल होते हैं.
  • लिथियम और कोबाल्ट: रीचार्जेबल बैटरी मैन्यूफैक्चरिंग में इस्तेमाल होते हैं.
  • स्कैंडियम: एयरोस्पेस इंडस्ट्री के डिवाइस में इस्तेमाल होता है.
  • टैंटलम: इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में इस्तेमाल किया जाता है.
  • टाइटेनियम: एयरोस्पेस, मेडिकल, ऑटोमोबाइल और मरीन इंडस्ट्री (समुद्री) में जरूरी है.