500 अरब डॉलर मदद की कीमत चुकाएगा यूक्रेन! ट्रंप ने मांग लिया सबसे बड़ा ‘खजाना’

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन से सैन्य और आर्थिक सहायता के अरबों डॉलर वापस मांग रहे हैं. ट्रंप यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों पर नजर गड़ाए हुए हैं, जो बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. लेकिन वाकई में यूक्रेन के मिनरल में ऐसा क्या है जिसके पीछे ट्रंप पड़ गए हैं. यहां जानें सबकुछ...

यूक्रेन के खनिजों पर ट्रंप की नजरें क्यों बनी हैं? Image Credit:

Ukraine Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार, 22 फरवरी को कहा कि वह यूक्रेन को दी गई अरबों डॉलर की सैन्य और आर्थिक सहायता का पैसा वापस लेने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन की यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों यानी Rare Earth Minerals पर नजर है. लेकिन ऐसा क्या खास है इन मिनरल में, यूक्रेन के पास कौन से मिनरल है और यूक्रेन पर अमेरिका ने कितना खर्च किया है. चलिए जानते हैं.

ट्रंप ने क्या कहा?

ट्रंप ने कहा कि, “मैं चाहता हूं कि उन्होंने जो हमसे मदद ली है उस रकम के बदले वे हमें कुछ दें. हम Rare Earth Minerals और तेल जैसी चीजें मांग रहे हैं, जो भी हमें मिल सके.”

ट्रंप के बयान के अनुसार यूक्रेन को सहायता में 500 अरब डॉलर लगभग 43.5 लाख करोड़ दिए गए हैं. ट्रंप ने यूक्रेन से 500 अरब डॉलर के दुर्लभ खनिजों की मांग की है, जो यूक्रेन को दी गई कुल अमेरिकी सहायता से काफी अधिक है.

यूक्रेन के मिनरल में ऐसा क्या खास है?

यूरोपीय संघ (EU) की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन में 34 में से 22 मिनरल के भंडार मौजूद हैं, जिन्हें “क्रिटिकल मिनरल” माना जाता है. इनमें शामिल हैं:

ट्रंप का तर्क क्या है?

ट्रंप ने पिछले हफ्ते सुझाव दिया था कि अमेरिका को यूक्रेन के 50% दुर्लभ खनिज दिए जाने चाहिए ताकि उससे यूक्रेन को दी गई सैन्य सहायता और वित्तीय समर्थन की भरपाई हो सके.

लेकिन समस्या यह है कि यूक्रेन के लगभग 40% खनिज भंडार फिलहाल रूस के कब्जे वाले डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों में स्थित हैं. कुछ रिपोर्ट्स में तो ये तक दावा किया गया है कि रूस के कब्जे वाले इलाके में 70% खनिज भंडार हो सकता है.

जेलेंस्की ने क्या कहा?

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें वॉशिंगटन को यूक्रेन के 50% दुर्लभ खनिज देने की बात कही गई थी. जेलेंस्की ने ये भी कहा कि, “मैं ऐसा कुछ भी साइन नहीं करूंगा, जिससे आने वाली 10 पीढ़ियों तक यूक्रेन को भुगतना पड़े.”

उन्होंने 500 अरब डॉलर के अमेरिकी कर्ज की बात को भी खारिज किया और कहा कि यूक्रेन को दी गई सहायता को कर्ज के रूप में नहीं गिना जा सकता.