महंगाई में राहत देगा लैब में बना गोल्‍ड, अगर हो गया ये वैज्ञानिक कमाल!

वैज्ञानिक अब लैब में सोना बनाने की दिशा में नए प्रयोग कर रहे हैं. पारे और प्लेटिनम जैसे तत्वों के परमाणु संरचना को बदलकर सोना तैयार करने की संभावना पर काम हो रहा है लेकिन इसके सामने अभी कई चुनौतियां हैं....

लैब में सोना बनाने की चल रही कोशिश Image Credit: FreePik

सोना जिसकी खोज में सरकारों ने जमीनों को कई फीट गहराई तक खंगाल दिया, आज उस सोने को चारदीवारी के भीतर बनाने की कोशिश चल रही है. सोना जो हजारों सालों से धन, शक्ति और प्रतिष्ठा का प्रतीक रहा है, अब लैब में तैयार किया जा सकता है या नहीं, यह सवाल वैज्ञानिकों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है.

जैसे प्राचीन काल के रसायनशास्त्री लेड को सोने में बदलने की कोशिश करते थे, आधुनिक वैज्ञानिक आज उसी सपने को साकार करने के करीब पहुंच रहे हैं.

सोना बनाने का विज्ञान

सोने के परमाणु में 79 प्रोटॉन होते हैं. वैज्ञानिकों के सिद्धांत के मुताबिक, 80 प्रोटॉन वाले पारे (मर्करी) में से अगर एक प्रोटॉन हटा दिया जाए तो सोना बनाया जा सकता है. वैज्ञानिकों की दूसरी थ्योरी यह है कि 78 प्रोटॉन वाले प्लेटिनम में एक प्रोटॉन जोड़कर भी सोना बनाने की कोशिश की जा सकती है.

लैब में सोना बनाने की यह प्रक्रिया परमाणु संरचना में बदलाव करने से सफल हो सकती है. लेकिन इस बदलाव में बहुत अधिक ऊर्जा और पैसा चाहिए. मुश्किल यही है कि जितनी उर्जा सोने को बनाने में खर्च होगी उसके मुकाबले सोने की मात्रा बेहद कम होगी.

इसलिए कुछ वैज्ञानिक दूसरे रास्ते की तालाश में भी हैं. वैज्ञानिक कैमिकल रिएक्शन, बैक्टीरिया की नस्लों और लेजर लाइट्स के इस्तेमाल से सोना बनाने की संभावनाओं पर भी काम कर रहे हैं. लेकिन ये तरीके भी अभी तक सस्ते, प्रभावी और बड़े पैमाने पर उपयोगी नहीं साबित हुए हैं. सोना बनाने में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि सोने में किसी भी प्रकार की अशुद्धि इसकी उपयोगिता और मूल्य को गिरा सकती है.

दुनिया में कितना सोना मौजूद है?

CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 के अंत तक, जमीन के ऊपर कुल 2,12,582 टन सोना मौजूद होने का अनुमान लगाया गया है. आने वाले 20 सालों में, वर्तमान तकनीक के आधार पर अतिरिक्त 31,458 टन सोना खनन किए जाने की संभावना है. सोने की सीमित मात्रा ही इसे दुर्लभ और कीमती बनाती है. इस साल सोने की कीमत ने 2,800 डॉलर प्रति औंस का रिकॉर्ड स्तर छू लिया. वैज्ञानिकों की कोशिश है कि सोना ऐसा बनाया जाए जो इस महंगाई में लोगों को राहत दे.

सोने की खोज में कहां खड़ी है दुनिया?

तमाम शोध और रिपोर्ट में महासागर की गहराई में सोने के भंडार होने की संभावना जताई गई है लेकिन वह इतना पतला और पानी में घुला हुआ है कि उसे निकालना आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं है.

वहीं, कुछ वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि पृथ्वी के पास मौजूद एस्टेरॉयड्स में सोना और अन्य धातुएं हो सकती हैं. हालांकि, इन खनिजों को लाने के लिए अंतरिक्ष अभियानों की लागत इतनी ज्यादा होगी कि इस योजना को फिलहाल केवल कल्पनाओं में जीवित रखा गया है.