फेसबुक पर लगा 675 करोड़ रुपये का जुर्माना, पासवर्ड स्टोरेज का है मामला

फेसबुक की मूल कंपनी मेटा पर पासवर्ड स्टोरेज के मामले में जुर्माना लगाया गया है. यह जांच आयरिश डेटा संरक्षण आयोग (DPC) द्वारा किया गया था. जिसके बाद आरोप सिद्ध होते ही 75 मिलियन पाउंड (675 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया गया है.

मार्क जुकरबर्ग Image Credit: Money 9

मार्क जुकरबर्ग की कंपनी मेटा पर आरोप लगाया गया है. फेसबुक की मूल कंपनी मेटा पर पासवर्ड स्टोरेज के मामले में जुर्माना लगाया गया है. यह जांच आयरिश डेटा संरक्षण आयोग (DPC) द्वारा किया गया था. जिसके बाद आरोप सिद्ध होते ही 75 मिलियन पाउंड (675 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया गया है. इस जुर्माने से कंपनी की साख पर गहरा असर पड़ सकता है. दरअसल साल 2019 में मेटा द्वारा DPC को सूचित किए जाने के बाद कि उसने अनजाने में सोशल मीडिया यूजर्स के कुछ पासवर्डों को बिना एन्क्रिप्शन के अपने सिस्टम पर स्टोर कर लिया था. जिसके बाद एक जांच शुरू की गई थी. इसी मामले में फेसबुक की मूल कंपनी मेटा पर जुर्माना लगा दिया गया.

आयरिश डेटा संरक्षण आयोग (DPC) ने जून 2024 में यूरोपीय डेटा वॉचडॉग को एक मसौदा निर्णय पेश किया. जिसके बाद इस पर कोई आपत्ति नहीं उठाई गई. मेटा में जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GDPR) के चार उल्लंघन पाए गए हैं. DPC के डिप्टी कमिश्नर ग्राहम डॉयल ने कहा साफ तौर पर कहा कि यह स्वीकार किया जाता है कि यूजर्स पासवर्ड को ‘प्लेन टेक्स्ट’ में स्टोर नहीं किया जाना चाहिए था. क्योंकि ऐसे डेटा तक पहुंचने वाले व्यक्तियों द्वारा दुरुपयोग किया जा सकता है.

उन्होंने कहा यह भी कहा कि यह ध्यान में रखना होगा कि इस मामले में जिन पासवर्ड पर विचार किया जा रहा है, वे विशेष रूप से संवेदनशील हैं. क्योंकि इनसे यूजर्स के सोशल मीडिया अकाउंट तक पहुंचना संभव होगा. जुर्माना लगाने का यह डिसिजन डेटा संरक्षण आयुक्त डॉ. डेस होगन और डेल सुंदरलैंड द्वारा लिया गया है. साथ ही 26 सितंबर को मेटा को अधिसूचित किया गया. जिसके बाद उन्हें फटकार और जुर्माना लगाया गया.

इससे पहले भी लग चुका है जुर्माना

मेटा पर इससे पहले भी जुर्माना लग चुका है. साल 2023 में मेटा पर यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच डेटा स्थानांतरित करते समय गलत तरीके से डेटा संभालने के लिए  960 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था. यह जुर्माना भी आयरलैंड के DPC द्वारा लगाया गया था. यह कानून के तहत लगाया गया सबसे बड़ा जुर्माना था. साल 2022 में मेटा पर 265 मिलियन यूरो (1980 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया गया था. ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि 106 देशों के 533 मिलियन लोगों का डेटा एक हैकिंग फोरम पर पब्लिश किया गया था.