मेटा ने लगाया रूस के स्टेट मीडिया आउटलेट्स पर बैन, कहा कर रहे थे विदेशी मामलों में हस्तक्षेप

फेसबुक की पेरेटिंग कंपनी मेटा ने रूस के स्टेट मीडिया आउटलेट्स पर बैन लगा दिया है. मेटा ने आरोप लगाया कि ये आउटलेट्स भ्रामक पोस्ट के जरिए मास्को का प्रचार कर रहे थे और अपने लोकतांत्रिक विरोधियों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे और विदेशी मामलों में हस्तक्षेप भी कर रहे थे.

मेटा ने किया रूसी मीडिया आउटलेट्स को बैन Image Credit: Jakub Porzycki/NurPhoto via Getty Images

फेसबुक की पेरेटिंग कंपनी मेटा ने रूस के स्टेट मीडिया आउटलेट्स पर बैन लगा दिया है. मेटा ने आरोप लगाया कि ये आउटलेट्स भ्रामक पोस्ट के जरिए मास्को का प्रचार कर रहे थे और अपने लोकतांत्रिक विरोधियों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे. साथ ही मेटा ने कहा कि ये आउटलेट्स विदेशी मामलों में हस्तक्षेप कर रहे थे. कंपनी ने कहा कि वह रूस पर लगातार नजर रख रही है. रूस ने इस फैसले की निंदा की है.

दरअसल, मेटा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंटाग्राम की पैरेंटिंग कंपनी है. वह उसके प्लेटफॉर्मों के जरिए किसी भी प्रकार की भ्रामक खबर न फैले इसके लिए गाइडलाइन जारी करती रहती है. मेटा ने बयान जारी करते हुए कहा कि हमने कड़ी निगरानी के बाद विदेशी मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए रूसी मीडिया आउटलेट्स रोसिया सेगोदन्या, आरटी और उनसे जुड़ी अन्य संस्थानों को हमारे सोशल मीडिया एप पर बैन करने का फैसला लिया है.

रूस ने की फैसले की निंदा

मेटा के रूस के आउटलेट्स पर बैन लगाने के फैसले का क्रेमलिन के प्रवक्ता आलोचना की है.  क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस को निशाना बनाकर के की गई कार्रवाई किसी भी तरीके से  स्वीकार नहीं है. ऐसा कर के
मेटा खुद की बदनामी कर रहा है. उन्होंने कहा कि हम मेटा के इस फैसले की कड़ी निंदा करते हैं और निश्चित तौर इससे मेटा के हमारे रिश्तों में खटास आने की पूरी संभावना है.

अमेरिका ने किए हैं नए नियम लागू

मेटा की कार्रवाई संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से RT पर नए बैन लगाने की घोषणा बाद हुई है. मेटा ने जिसमें क्रेमलिन समाचार आउटलेट पर रूस की युद्ध मशीन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने और अपने लोकतांत्रिक विरोधियों को कमजोर करने के लिए भ्रामक तरीकों का प्रयोग करने का आरोप लगाया है. अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले सप्ताह आरोप लगाया था कि RT रूसी सेना के साथ मिलकर काम कर रहा था और यूक्रेन में लड़ने वाले सैनिकों के लिए स्नाइपर राइफल, बॉडी आर्मर और अन्य उपकरणों के भुगतान के लिए धन उगाहने वाले अभियान चला रहा था.