ट्रंप की जीत से बिटकॉइन चमका, लेकिन गोल्ड क्यों हुआ धुंधला?
अमेरिकी चुनाव के बाद शेयर मार्केट में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. गोल्ड की कीमतों में गिरावट और बिटकॉइन में उछाल ने संकेत दे दिया है कि आने वाले दिनों में बाजार का रुख क्या हो सकता है....
5 नवंबर को हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद वित्तीय बाजारों में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. जहां ट्रेडिशनल सेफ-हेवन एसेट गोल्ड की कीमतों में लगभग 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है वहीं दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में 30 फीसदी से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया है.
हाल ही में जारी Gavekal Research के रिपोर्ट ने इस बात पर जोर दिया है कि मार्केट की चाल ने यह बता दिया है कि निवेशकों ने ट्रंप के शासन को गोल्ड के लिए नकारात्मक और बिटकॉइन के लिए सकारात्मक माना है. अमेरिकी चुनाव के दिन यानी 5 नवंबर को 24K गोल्ड की कीमत 78566 रुपए प्रति 10 ग्राम थी लेकिन 18 नवंबर को यह कीमत 74808 रुपए रही. वहीं अगर बिटकॉइन की बात करें तो 5 नवंबर को इसकी कीमत 57,06,301 रुपए रही जबकि 18 नवबंर को यह कीमत उछाल के साथ 76,57,224 रुपए पहुंच गई.
गोल्ड की गिरावट का कारण
गोल्ड की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी वित्तीय और मौद्रिक नीतियों से जुड़ी उम्मीदें हैं. रिपोर्ट में लिखा है, “बाजार को लगता है कि रिपब्लिकन की नीतियां गोल्ड के लिए नकारात्मक और बिटकॉइन के लिए सकारात्मक हो सकती हैं.” चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की जीत से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि:
- टैक्स में कटौती होगी
- सरकारी खर्च में इजाफा होगा
- नियम-कानूनों में ढील दी जाएगी
इन नीतियों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था और महंगाई में तेजी आने की संभावनाएं भी शामिल है. इसका असर यह हुआ है कि अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ है जिससे गोल्ड पर दबाव बढ़ा है.
फेडरल रिजर्व और संभावित नीतिगत बदलाव
रिपोर्ट के मुताबिक, फेडरल रिजर्व (Fed) ने हाल ही में महंगाई को रोकने के लिए नीतिगत दरें कम की हैं लेकिन अगर रिपब्लिकन की नीतियों से महंगाई बढ़ती है तो फेड को अपनी नीति बदलनी पड़ सकती है. महंगाई बढ़ने की स्थिती में फेड ब्याज दरें बढ़ा सकता है. ऐसे में अमेरिकी डॉलर और मजबूत हो सकता है जिससे गोल्ड की कीमतों पर और दबाव बनेगा.
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि अगर इसके उलट पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फेड पर नीतियां ढीली करने का दबाव डालते हैं तो महंगाई बढ़ सकती है और डॉलर कमजोर हो सकता है. ऐसे में गोल्ड की कीमतों में सुधार संभव है.
बिटकॉइन में उछाल क्यों?
बिटकॉइन ने अमेरिकी बाजार में सकारात्मक माहौल का लाभ उठाया है. माना जा रहा है कि ट्रंप की नीतियां आर्थिक विकास और बिटकॉइन से जुड़े नए विचारों को बढ़ावा देंगी. बिटकॉइन में उछाल का एक कारण यह भी है कि इसको फिएट करेंसी (जैसे डॉलर) की वैल्यू कम होने पर एक हेज के रूप में देखा जा रहा है. इसी के साथ तकनीकी विकास और क्रिप्टोकरेंसी के लिए बेहतर नियम-कानून ने बिटकॉइन पर निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है.
आने वाला समय: गोल्ड बनाम बिटकॉइन
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि गोल्ड और बिटकॉइन के बीच का यह अंतर बदलती बाजार की उम्मीदों को दिखाता है. यह उतार-चढ़ाव संकेत है कि गोल्ड का भविष्य वित्तीय और मौद्रिक नीतियों पर निर्भर करेगा.
डिसक्लेमर– मनी9लाइव आपको किसी शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां सिर्फ जानकारी दी गई है. इंवेस्टमेंट से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्य लें.