अडानी के बाद हिंडनबर्ग के रडार पर ये कंपनी, रिपोर्ट जारी होते ही धराशायी हुए शेयर
अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी ने बाजार में एक बार फिर तहलका मचा दिया है. इस बार उसके निशाने पर गेमिंग कंपनी है. फर्म के आरोप के बाद कंपनी के शेयर धाराशायी हो गए.
भारत में अडानी के कंपनी और सेबी की प्रमुख माधबी पूरी बुच को कटघरे में खड़ा करने के बाद अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग के रडार पर अब एक नई कंपनी है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद मार्केट में कंपनी के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली. ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म Roblox Corporation पर हिंडनबर्ग रिसर्च ने गंभीर आरोप लगाए हैं.
हिंडनबर्ग का कहना है कि Roblox ने अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद यूजर्स की संख्या को लेकर निवेशकों और नियामकों से झूठ बोला है. इस खुलासे के बाद कंपनी के शेयरों में 8 अक्टूबर की प्री-मार्केट ट्रेडिंग में भारी गिरावट दर्ज की गई.
यूजर्स और एंगेजमेंट के आंकड़े बढ़ाने के आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि Roblox ने अपने यूजर्स की संख्या को 25% से 42% तक बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है. इसके अलावा, कंपनी ने प्लेटफॉर्म पर यूजर्स के एंगेजमेंट घंटों को भी 100% से ज्यादा बढ़ाकर दिखाया है. रिसर्च फर्म का दावा है कि कंपनी ने “डेली एक्टिव यूजर्स” (DAUs) की परिभाषा को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है. Roblox अपने DAUs को “यूनीक इंडिविजुअल्स” के रूप में नहीं मानता. यह दर्शाता है कि ये आंकड़े बॉट्स या वैकल्पिक अकाउंट्स से बढ़ाए गए हैं.
Roblox का प्लेटफॉर्म खासकर बच्चों और किशोरों के बीच काफी लोकप्रिय है. ये गेमिंग प्लेटफॉर्म कंसोल्स, स्मार्टफोन्स, टैबलेट्स और पीसी जैसे कई डिवाइस पर आसानी से एक्सेस किया जा सकता है. कंपनी के लिए अमेरिकी गर्मियों की छुट्टियां काफी फायदेमंद रहीं क्योंकि इस दौरान यूजर्स ने प्लेटफॉर्म पर ज्यादा समय बिताया.
आगे क्या?
Roblox ने अगस्त में अपने एनुअल बुकिंग्स का अनुमान भी बढ़ाया था. कंपनी को प्लेटफॉर्म पर विभिन्न गेम्स के लिए यूजर्स के बढ़ते खर्च से फायदा हो रहा है. हालांकि, हिंडनबर्ग के खुलासे ने कंपनी की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है.
हिंडनबर्ग के इन आरोपों ने Roblox के प्रति निवेशकों का भरोसा कमजोर किया है. कंपनी के शेयरों में गिरावट जारी है और आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि Roblox इन आरोपों का जवाब कैसे देता है. कंपनी पर लगाए गए ये आरोप उसकी पारदर्शिता और कॉर्पोरेट गवर्नेंस को लेकर बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं.