बाजार लहुलुहान, खून के आंसू रो रहे अरबपति, बस वॉरेन बफे की दौलत को लगे पंख; जानें कैसे बचे?
US President डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से Reciprocal Tariff Plan का ऐलान किए जाने के बाद से दुनियाभर के शेयर बाजारों से 5 लाख करोड़ की संपत्ति साफ हो चुकी है. यह आंकड़ा भारत की GDP से भी ज्यादा है. हालांकि, इस दौर में भी मशहूर अमेरिकी निवेशक वॉरेन बफे की संपत्ति को पंख लगे हुए हैं. जानतें हैं इस साल उनकी संपत्ति कितनी बढ़ी है और दूसरे अमीरों ने कितनी दौलत गंवाई है?

अमेरिकी शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स पिछले पांच दिन में 6 से 8 फीसदी तक लुढ़क चुके हैं. वहीं, पिछले एक महीने में Dow Jones, Nasdaq और S&P 500 में 10 से 13 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. ट्रंप की तरफ से जवाबी टैरिफ का ऐलान किया जाने के बाद से दुनियाभर के शेयर बाजारों से 5 लाख करोड़ डॉलर साफ हो चुके हैं. यह रकम भारत की GDP से भी ज्यादा है. हालांकि, जिस दौर में दुनिया के बाजार लहुलुहान हैं, अरबपति खून के आंसू रो रहे हैं, उस दौर में भी मशहूर अमेरिकी निवेशक वॉरेन बफे की दौलत को पंख लगे हैं. दुनिया के 10 सबसे अमीर शख्सों में सिर्फ बफे हैं, जिनकी दौलत इस साल बढ़ी है.

किसकी दौलत कितनी घटी?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फ्रंट फुट पर आकर समर्थन करने वाले दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क इस साल दौलत गंवाने में अव्वल रहे हैं. मस्क की दौलत का सबसे बड़ा स्रोत उनकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी Tesla Inc के शेयर हैं. इस साल टेस्ला के शेयर प्राइस में 36 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. इसका असर मस्क की दौलत पर दिखा है. इस साल मस्क ने 130 अरब डॉलर की संपत्ति गंवाई है.

खाक हुए 536 अरब डॉलर
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप के टैरिफ प्लान के ऐलान वाले दिन Bloomberg Billionaires Index में 13 साल की चौथी सबसे बड़ी गिरावट आई. इस दिन दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों ने मिलाकर 536 अरब डॉलर गंवाए हैं.
बफे बचे बाकी सबको लगी चपत
वॉरेन बफे को दुनिया का सबसे स्मार्ट इन्वेस्टर और बिजनेसमैन माना जाता है. 6 वर्ष की उम्र में घर-घर जाकर च्विंगम बेचने से शुरुआत करने वाले बफे के नेतृत्व वाली कंपनी Berkshire Hathaway अकेली ऐसी बड़ी कंपनी है, जो शेयर बाजार में जारी रक्तपात से कुछ हद तक बची हुई है. इसके अलावा इस साल अब तक टॉप 10 अमीरों ने जहां सिर्फ संपत्ति गंवाई है, सिर्फ बफे हैं, जिन्होंने इस साल अब तक यानी ईयर टू डेट की स्थिति में 12.7 अरब डॉलर बनाए हैं. बफे की नेट वर्थ बढ़कर 155 अरब डॉलर पहुंच गई है.
बफे ने कैसे बचाई अपनी दौलत?
2024 में जब दुनियाभर के ज्यादातर शेयर बाजार शीर्ष पर चल रहे थे, तब वॉरेन बफे ने तमाम कंपनियों के 134 अरब डॉलर के स्टॉक्स को बेच दिया. बफे की कंपनी फिलहाल, रिकॉर्ड 334 अरब डॉलर का कैश लेकर बैठी है. यही वजह है कि बाजार में आई गिरावट का Berkshire Hathaway पर ज्यादा असर नहीं हुआ.
सबसे बड़ा दिलेरी भरा फैसला
Apple का स्टॉक वॉरेन बफे के पोर्टफोलियो में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखता था. लेकिन, वॉरेन बफे ने बड़ी दिलेरी का फैसला लेते हुए बर्कशायर की Apple में हिस्सेदारी को दो-तिहाई तक कम किया. बफे जब से Aplle से निकले हैं, इसके स्टॉक प्राइस में करीब 30 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
बफे को हो गया था अंदाजा
वारेन बफे ने दुनियाभर के शेयर बाजारों में आने वाले कोहराम को पहले ही भांप लिया था. इसका संकेत उन्होंने इसी साल फरवरी में शेयरधारकों को लिखे अपने पत्र में भी दिया. बफे ने लिखा था, “निवेश आय में अनुमानित बड़ी वृद्धि से हमें मदद मिली है, लेकिन आगे के लिए टी-बिलों से बढ़ती हुई आय, अत्यधिक कीमत वाले शेयरों के मुकाबले एक सुरक्षित विकल्प है.”
Latest Stories

अमेरिका-चीन के युद्ध में पिस गया पाकिस्तान! शेयर बाजार 8,000 अंक गिरा, रोकनी पड़ी ट्रेडिंग

सऊदी अरब ने भारत-पाकिस्तान सहित 14 देशों के लिए वीजा पर लगाई अस्थाई रोक, ये है बड़ी वजह

JP Morgan ने दी बड़ी चेतावनी, कहा- ट्रंप की टैरिफ नीति लागू हुई तो अमेरिका होगा मंदी की जद में
