मंहगाई के मोर्चे पर अमेरिका और जर्मनी से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है भारत, एसबीआई की रिपोर्ट का बड़ा दावा

भारत, अमेरिका और जर्मनी जैसी अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. एएनआई ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शोध रिपोर्ट के हवाले से बताया कि भारत ने अमेरिका और जर्मनी जैसी एडवांस्ड अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में महंगाई को कंट्रोल करने में काफी हद तक बेहतर प्रदर्शन किया है.

14 महीने के टॉप पर महंगाई - अक्टूबर में बढ़कर 6.21%, सब्जियों ने बिगाड़ा बजट Image Credit: GettyImages

भारत की अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार आ रहा है. इसी कड़ी में भारत अमेरिका और जर्मनी जैसी अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. एएनआई ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शोध रिपोर्ट के हवाले से बताया कि भारत ने अमेरिका और जर्मनी जैसी एडवांस्ड अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में महंगाई को कंट्रोल करने में काफी हद तक बेहतर प्रदर्शन किया है. एसबीआई की इस रिपोर्ट में सरकार की पहल, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के उपायों और बैंकों के बेहतर नीति संचरण और महंगाई में सुधार के कारण बताया गया है. रिपोर्ट में आरबीआई, सरकार और बैंकों की तारीफ करते हुए कहा गया है कि सभी एकजुट होकर काम कर रहे हैं.

एसबीआई की इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत ने 2021 और 2024 के बीच अपने महंगाई के लक्ष्यों से कम उतार-चढ़ाव देखा है. 2021 से 2024 तक भारत ने अपने महंगाई के लक्ष्यों से सबसे कम उतार-चढ़ाव देखा, जो देश के महंगाई नियंत्रण उपायों की प्रभावशीलता को दर्शाता है. एएनआई ने एसबीआई की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि यह परिणाम आरबीआई और सरकार के एकजुट होकर काम करने का है.

हालांकि, रिपोर्ट में एक मुख्य तर्क यह है कि आरबीआई के महंगाई को कंट्रोल करने के लक्ष्य ने महंगाई संबंधी उम्मीदों को स्थिर कर दिया है, भले ही खाद्य महंगाई उच्च बनी हुई है. रिपोर्ट में इस धारणा को खारिज कर दिया गया कि मुख्य महंगाई में खाद्य कीमतों को शामिल नहीं किया जाना चाहिए खाद्य कीमतों में अस्थिरता के बावजूद महंगाई को लक्ष्य करने में आरबीआई की सफलता ने खाद्य महंगाई को कोर महंगाई में फैलने से रोका है.

रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि आरबीआई द्वारा महंगाई लक्ष्य (जो 4 प्रतिशत निर्धारित किया गया है) के बारे में लगातार संचार महंगाई अपेक्षाओं को सफलतापूर्वक नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण रहा है. इस लक्ष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करके, आरबीआई ने व्यापक अर्थव्यवस्था में महंगाई प्रवृत्तियों को स्थिर करने में मदद की है.