Global Innovation Index 2024 में भारत 39वें स्थान पर, जानें पड़ोसी देशों की क्या है स्थिति
भारत ने ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (GII) में 133 देशों में 39 वां स्थान हासिल किया है. पिछले साल भारत 40वें स्थान पर था. वहीं चीन 11वें स्थान पर पहुंच गया. ईरान 64वां स्थान पर है. कजाकिस्तान 78वां और उज्बेकिस्तान 83वां स्थान पर है.
भारत ने वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी आर्गेनाइजेशन (WIPO) की 2024 की ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (GII) में 133 देशों में 39 वां स्थान हासिल किया है. पिछले साल भारत 40वें स्थान पर था. कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह हमारे इंटरप्रोनोएर की मेहनत का नतीजा है. भारत की इस सफलता का कारण ज्ञान, स्टार्ट-अप्स और अनुसंधान संगठनों का काम है. यह रैंकिंग देशों के नवाचार और विकास को देखने का एक भरोसेमंद तरीका है.
2024 की रिपोर्ट के अनुसार, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, अमेरिका, सिंगापुर और यूनाइटेड किंगडम सबसे इनोवेटीव देश हैं. भारत, चीन, तुर्की, वियतनाम और फिलीपींस तेजी से आगे बढ़ रहे देशों में शामिल हैं. भारत मध्य और दक्षिण एशिया में 39वें स्थान पर है, जबकि ईरान 64वें और कजाकिस्तान 78वें स्थान पर हैं. भारत 14 साल से लगातार इनोवेशन के क्षेत्र में अच्छा कर रहा है. भारत की ताकत ICT सेवा निर्यात में है, जहां वह पहले स्थान पर है.
130 से अधिक अर्थव्यवस्थाओं की GII रैंकिंग में, चीन 11वें स्थान पर पहुंच गया. मध्य और दक्षिण एशिया में, भारत (39वां) एक स्थान आगे बढ़ते हुए शीर्ष पर बना हुआ है. इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान (64वां, दो स्थान नीचे) दूसरे स्थान पर है, उसके बाद कजाकिस्तान (78वां) है. उज्बेकिस्तान (83वां) इस क्षेत्र में अपना चौथा स्थान बरकरार रखता है. भारत निम्न मध्यम आय वर्ग में सबसे आगे है. इसने लगातार 14वें साल नवाचार पर बेहतर प्रदर्शन करने का रिकॉर्ड बनाया है।
बेंगलुरू में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी)-बेंगलुरू सूचकांक में शीर्ष 100 विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्लस्टर में शामिल हैं। दिल्ली, चेन्नई और मुंबई में विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्लस्टर भी शीर्ष 100 सूची में शामिल हैं. GII दुनिया का बेंचमार्क है जो व्यापार जगत के नेताओं और अन्य लोगों को जीवन के बेहतर बनाने और जलवायु परिवर्तन जैसी साझा चुनौतियों का समाधान पर काम करता है.