भारत ने कनाडा पर लिया सख्त एक्शन, 6 कनाडाई राजनयिकों को किया निष्कासित, भारतीय उच्चायुक्त को भी बुलाया वापस

भारत और कनाडा के रिश्तों में पिछले कुछ समय से कड़वाहट बनी हुई है. इसी बीच भारत ने कनाडा पर सख्त कार्रवाई की है और 6 कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है, साथ ही उन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ने को कहा गया है.

जस्टिन ट्रूडो Image Credit: Sanjeev Verma/HT via Getty Images

भारत और कनाडा के रिश्तों में पिछले कुछ समय से तल्खी बनी हुई है. इस बीच, विदेश मंत्रालय ने सोमवार शाम को जारी एक बयान में कहा कि भारत कनाडा से अपने उच्चायुक्त को वापस बुलाएगा. कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारतीय राजनयिकों पर शामिल होने का आरोप लगाया है.

विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कनाडाई राजदूत को तलब किया. साथ ही भारत ने छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और उन्हें शनिवार, 19 अक्टूबर, 2024 तक या उससे पहले भारत छोड़ने का आदेश दिया.

कनाडा ने भारतीय राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया

कनाडा के समाचार मीडिया आउटलेट्स ने बताया कि कनाडा ने भी छह भारतीय राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए नोटिस भेजा है. उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा में भारतीय राजदूत संजय कुमार वर्मा को भी नोटिस दिया गया है. रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर दावा किया कि भारतीय राजनयिकों को वहां से चले जाने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि भारत के समक्ष ‘सबूत प्रस्तुत किए गए’ और यह भी कहा कि आरसीएमपी ‘कनाडाई नागरिकों के प्रति किसी भी प्रकार का उत्पीड़न या हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी.’

कनाडा को भारत का कड़ा जवाब

इससे पहले दिन में, मंत्रालय ने कहा था कि उसे कनाडा से राजनयिक संदेश मिला है, जिसमें कहा गया है कि भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनयिक उस देश में जांच से संबंधित मामले में ‘पर्सन्स ऑफ इंटरेस्ट’ हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा, “भारत सरकार इन बेतुके आरोपों को दृढ़ता से खारिज करती है और इन्हें ट्रूडो सरकार के राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा मानती है, जो वोट बैंक की राजनीति पर केंद्रित है.”

कनाडा ने 2023 में भी आरोप लगाया था

इससे पहले, 2023 में भी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि निज्जर की मौत में भारतीय सरकारी एजेंटों का हाथ था. निज्जर को भारत ने पहले ही आतंकी घोषित कर दिया था. उस समय भारत ने जवाब देते हुए इसे बेतुका बताकर खारिज कर दिया था.