चलते-फिरते किले में उड़ते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति, जानें कितना अभेद्य है यह खास प्लेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जिस विमान से यात्रा करते हैं, उसे एयरफोर्स वन के नाम से जाना जाता है. एयरफोर्स वन एक बोइंग 747-200B सीरीज का विमान है, जिसका टेल कोड 28000 और 29000 है. इस विमान में 87 टेलीफोन हैं, जिनकी आवश्यकता अमेरिकी राष्ट्रपति को किसी भी आपात स्थिति में पड़ सकती है.
अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव हो रहा है और जल्द ही अमेरिका को नया राष्ट्रपति मिलने वाला है. अमेरिकी चुनाव पर पूरी दुनिया की नजर टिकी हुई है और चुनाव के नतीजे कई देशों की दशा और दिशा तय करने वाले हैं. इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस पूरे दमखम के साथ लगे हुए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति कई देशों की यात्रा करते हैं और इस यात्रा में उनके साथ होता है उनका विशेष विमान. आइए आपको बताते हैं क्या है इसकी खासियत.
क्या है खास
अमेरिकी राष्ट्रपति जिस विमान से यात्रा करते हैं, उसे एयरफोर्स वन के नाम से जाना जाता है. एयरफोर्स वन एक बोइंग 747-200B सीरीज का विमान है, जिसका टेल कोड 28000 और 29000 है. इस विमान में 87 टेलीफोन हैं, जिनकी आवश्यकता अमेरिकी राष्ट्रपति को किसी भी आपात स्थिति में पड़ सकती है. 232 फीट लंबे इस विमान में चार जेट इंजन हैं, जो 630 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकते हैं.
इसे इस तरह बनाया गया है कि जरूरत पड़ने पर इसमें हवा में ही ईंधन भरा जा सकता है. एयरफोर्स वन सिर्फ एक विमान नहीं बल्कि चलता-फिरता दूतावास है. इसमें एक कॉन्फ्रेंस रूम और एक डॉक्टर भी मौजूद होते हैं, जो किसी भी प्रकार के ऑपरेशन में माहिर होते हैं. साथ ही एक किचन है, जिसमें 100 लोगों को एक साथ भोजन कराया जा सकता है.
इस विमान में तीन मंजिलें हैं और कुल 4,000 वर्ग फीट का स्पेस उपलब्ध है.एयरफोर्स वन में राष्ट्रपति के साथ यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक क्वार्टर भी होता है, जिसमें वरिष्ठ सलाहकार, सीक्रेट सर्विस के अधिकारी, पत्रकार और अन्य लोग शामिल होते हैं.
एयरफोर्स वन की सुरक्षा
अमेरिकी राष्ट्रपति का विमान अत्यधिक सुरक्षित होता है. इस विमान के पीछे हमेशा एक दूसरा विमान होता है, जिसे डूम्सडे प्लेन कहा जाता है. डूम्सडे प्लेन में न्यूक्लियर बंकर और कमांड सेंटर होता है. इस विमान की खासियत है कि यह किसी भी न्यूक्लियर अटैक को रोकने में सक्षम है. एयरफोर्स वन में कई हाई क्वालिटी सुरक्षा सुविधाएं होती हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से इन्हें गोपनीय रखा गया है.