जिस देश का नागरिक बना ललित मोदी, जानें कैसे मिलती है वहां की सिटीजनशिप

वानुआतु की नागरिकता पाने के चार प्रमुख तरीके हैं. नैचुरलाइज़ेशन, शादी, वंशानुगत अधिकार और इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम. नैचुरलाइज़ेशन के लिए 10 साल का निवास जरूरी है, जबकि शादी से 2 साल में नागरिकता मिल सकती है. निवेश प्रोग्राम के तहत $130,000 से आवेदन संभव है.

Vanuatu Citizenship: भगोड़े ललित मोदी ने विदेशी नागरिकता हासिल कर ली है. वह 15 साल पहले भारत से फरार हुआ था और अब खबर है कि उसने वनुआतु (Vanuatu) की नागरिकता ले ली है. ललित मोदी पर 125 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है और भारतीय एजेंसियां पिछले 12 साल से उसकी तलाश में हैं. ऐसे में, सवाल उठता है कि वनुआतु की नागरिकता कैसे हासिल की जा सकती है?

वनुआतु की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, वहां की नागरिकता पाने के चार प्रमुख तरीके हैं. जिसमें नैचुरलाइजेशन, शादी, वंशानुगत अधिकार और इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम शामिल है. आइए, इनके बारें में विस्तार से जानते हैं.

नैचुरलाइजेशन (Naturalization) द्वारा नागरिकता

वनुआतु की नागरिकता पाने के लिए आवेदक को कम से कम 10 साल तक लगातार वनुआतु में रहना जरूरी है. इसके अलावा, उसे स्थानीय भाषा बिस्लामा (Bislama) की परीक्षा पास करनी होगी, जिससे यह साबित हो कि वह वहां की संस्कृति और भाषा में घुल-मिल चुका है.

ये भी पढ़ें- अब चंद सेकेंड में मिल जाएगा PF का पैसा, UPI से मिलेगी विड्रॉल की सुविधा

शादी के आधार पर नागरिकता

यदि आप किसी वनुआतु नागरिक से शादी करके 2 साल तक वहां रहते हैं, तो आप नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं.

वंशानुगत नागरिकता (Citizenship by Descent)
अगर आपके माता-पिता या दादा-दादी वनुआतु के नागरिक हैं, तो आपको सीधा नागरिकता मिल सकती है.

इन्वेस्टमेंट द्वारा नागरिकता (Citizenship by Investment)

डेवलपमेंट सपोर्ट प्रोग्राम (DSP): कम से कम $130,000 (लगभग 1.08 करोड़ रुपये) का दान देना होगा.

  • कैपिटल इन्वेस्टमेंट इमिग्रेशन प्लान (CIIP): इसमें $155,000 (लगभग 1.29 करोड़ रुपये) खर्च करने होते हैं, जिसमें से $50,000 निवेश के रूप में वापस मिल सकता है.
  • आवेदन प्रक्रिया मात्र 1-2 महीने में पूरी हो सकती है.

क्या है जरूरी शर्तें

वानुआतु की नागरिकता प्राप्त करने के लिए आवेदक की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए. इसके अलावा, उसका स्वास्थ्य अच्छा होना जरूरी है और कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए. साथ ही, आवेदक के पास कम से कम $250,000 (लगभग 2.1 करोड़ रुपये) की संपत्ति होनी चाहिए, जिससे उसकी वित्तीय स्थिरता साबित हो सके.