भारतीय दवा कंपनी के गोदाम पर रूसी मिसाइल का हमला, भारत की ओर से नहीं आई कोई प्रतिक्रिया
यूक्रेन ने शनिवार, 12 अप्रैल को दावा किया कि रूसी मिसाइल ने कीव में स्थित भारतीय दवा कंपनी 'कुसुम फार्मा' के गोदाम को निशाना बनाया है. यूक्रेनी दूतावास ने इसे रूस की ओर से जानबूझकर किया गया हमला बताते हुए भारत के साथ मास्को की 'विशेष मित्रता' के दावों पर सवाल खड़े किए हैं.

Russia missile strike on Indian pharma: रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी 2022 से जारी जंग अब तक निर्णायक मोड़ पर नहीं पहुंच पाया है. वहीं, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद वॉशिंगटन ने शांति प्रयासों को तेज कर दिया है, हालांकि फिलहाल कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है. इसी बीच, यूक्रेन ने रूस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि एक रूसी मिसाइल ने शनिवार को भारतीय दवा कंपनी कुसुम फार्मा के यूक्रेन स्थित गोदाम को निशाना बनाया.
यूक्रेन का आरोप: जानबूझकर किया गया हमला
यूक्रेनी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा कि रूसी मिसाइल ने यूक्रेन में भारतीय दवा कंपनी कुसुम फार्मा के गोदाम पर हमला किया. रूस भारत के साथ ‘विशेष मित्रता’ का दावा करता है, लेकिन जानबूझकर भारतीय बिजनेस हितों को निशाना बना रहा है.
ब्रिटेन के राजदूत मार्टिन हैरिस ने भी हमले की तस्वीरें साझा कीं, जिनमें गोदाम से धुआं उठता दिखाई दे रहा है. उन्होंने लिखा, “कीव में एक प्रमुख दवा गोदाम को रूसी ड्रोन ने पूरी तरह नष्ट कर दिया, जिसमें बच्चों और बुजुर्गों के लिए जरूरी दवाओं का भंडार था.”
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भारत की ओर से अब तक नहीं आया कोई बयान
इस पूरे घटनाक्रम पर न तो भारत सरकार की ओर से और न ही कुसुम फार्मा की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है. यूक्रेन ने भारत से अपील की है कि वह रूस पर दबाव बनाए, लेकिन भारत ने अब तक इस युद्ध में तटस्थ रुख ही अपनाया है.
शांति प्रयासों के तहत ट्रंप के दूत की पुतिन से मुलाकात
इसी बीच, युद्ध विराम की दिशा में अमेरिका ने एक और कदम बढ़ाया है. डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से सेंट पीटर्सबर्ग में मुलाकात की. यह बैठक चार घंटे तक चली. रिपोर्ट्स के अनुसार, पुतिन ने सैद्धांतिक रूप से युद्ध विराम पर सहमति जताई, लेकिन साथ ही यह स्पष्ट शर्त भी रखी कि यूक्रेन कभी भी NATO में शामिल नहीं होगा.
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