News9 Global Summit में गुंथर ओटिंगर बोले, 2040 तक दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक ताकत होगा भारत
Günther H. Oettinger ने आगे कहा कि भारत की आबादी और उसकी शिक्षा प्रणाली उसकी शक्ति है. यही वजह है कि वह आबादी और शिक्षा प्रणाली के चलते 2040 तक दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बनेगा. उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि भारत अगले 10 साल में विश्व का सबसे बड़ा जीडीपी बनकर उभरेगा.
जर्मनी में आयोजित TV9 के न्यूज9 ग्लोबल समिट में एनर्जी, डिजिटल इकोनॉमी और एचआर में फॉर्मर यूरोपियन कमिश्नर Günther H. Oettinger ने कहा कि साल 2040 तक भारत विश्व की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा. भारत की इस सफलता के पीछे युवा पीढ़ी की मेहनत होगी. उन्होंने कहा कि भारत के युवा एजुकेटेड के साथ-साथ स्क्लिफुल और आईटी स्पेशलिस्ट भी हैं. जबकि जर्मनी की पहचान मैन्युफैक्चरिंग, मोबिलिटी और ट्रेडिशन से है. Günther H. Oettinger ने कहा है कि साल 2040 तक भारत अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की नंबर 1 अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
उन्होंने कहा कि अगर जर्मनी, यूरोप और भारत साथ में मिलकर चलते हैं, तो तीनों देश काफी तरक्की करेंगे. उन्होंने कहा है कि जर्मनी और यूरोप का ट्रेडिशन भारत के ह्यूमन रिसोर्स से बहुत मिलता है. यदि हम लोग मिलकर काम करते हैं, तो विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि भारत और यूरोप के बीच एक जनरल ट्रेड एग्रीमेंट की जरूरत है. इससे दोनों देशों के बीच बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि जर्मनी काफी लिबरल और फ्लेक्सीबल हैं. इसलिए भारत और जर्मनी के बीच आयात, निर्यात और व्यापार को बढ़ावा मिलना चाहिए.
सबसे बड़ा जीडीपी बनकर उभरेगा
Günther H. Oettinger ने आगे कहा कि भारत की आबादी और उसकी शिक्षा प्रणाली उसकी शक्ति है. यही वजह है कि वह आबादी और शिक्षा प्रणाली के चलते 2040 तक दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बनेगा. उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि भारत अगले 10 साल में विश्व का सबसे बड़ा जीडीपी बनकर उभरेगा. उनके मुताबिक, साल 2040 आते-आते इकोनॉमी के मामले में भारत के बाद चीन, फिर यूएस और बाद में यूरोप के देश होंगे. Günther H. Oettinger ने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है. इसके पास प्रोफेशनल और मेहनती युवाओं की शक्ति है. जबकि, जर्मनी के एक बूढ़ा देश है.
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अपने बच्चों को भेजें जर्मनी
उन्होंने कहा कि ऐसे में भारत का पॉटेंशियल उसके यंग जनरेशन में है. इसलिए मैं भारतीय से अनुरोध करता हूं कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई करने के लिए जर्मनी में भेजें. ताकि व पढ़ाई पूरी करने के बाद जर्मनी की आईटी कंपनियों में काम कर सकें. उन्होंने कहा कि जर्मनी को भारत के यंग लोगों की जरुरत है.
कौन हैं Günther H. Oettinger
बता दें Günther H. Oettinger यूनाटिड यूरोप के फॉर्मर प्रेसीडेंट हैं. उन्होंने जनवरी 2017 से नवंबर 2019 तक बजट और मानव संसाधन के लिए यूरोपीय आयुक्त के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं. फरवरी 2010 से अक्टूबर 2014 तक एनर्जी के यूरोपीय आयुक्त रहने के बाद नवंबर 2014 से दिसंबर 2016 तक उन्होंने डिजिटल इकोनॉमी और सोसाइटी के यूरोपीय आयुक्त के रूप में पद संभाला. 2014 में वह यूरोपीय आयोग के वाइस प्रेसीडेंट भी रहे.
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