News9 Global Summit का आगाज, TV9 के MD & CEO बरुण दास बोले, यह कार्यक्रम भारत-जर्मनी संबंधों का ऐतिहासिक पड़ाव

News9 Global Summit का गुरुवार को जर्मनी के स्टटगार्ट में शानदार आगाज हुआ. यहां के मशहूर फुटबॉल स्टेडियम MHP एरिना में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए TV9 के MD & CEO बरुण दास ने कहा कि यह कार्यक्रम दोनों देशों के संबंधों में एक ऐतिहासिक पड़ाव है.

जर्मनी में न्यूज 9 ग्लोबल समिट को संबोधित करते हुए टीवी 9 के एमडी व सीईओ बरुण दास Image Credit: Money9

जर्मनी के मशहूर औद्योगिक शहर के स्टटगार्ट में आयोजित News9 Global Summit का आगाज करते हुए Tv9 नेटवर्क के MD & CEO बरुण दास ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के सबसे बड़े समाचार नेटवर्क TV9 को स्टटगार्ट में आमंत्रित करने के लिए जर्मनी का धन्यवाद. उन्होंने कहा कि यह उनके और पूरे Tv9 नेटवर्क के साथ ही मेजबान Fau ef B स्टटगार्ट के लिए एक ऐतिहासिक पल है.

जर्मनी से है खास लगाव

बरुण दास ने कहा, “जीवन एक महान यात्रा है. मैं अक्सर अपने परिवार और दोस्तों से कहता हूं कि अगर मुझे रहने के लिए भारत के अलावा कोई दूसरा देश चुनना हो, तो वह जर्मनी होगा. इसका एक अहम कारण ये है कि मैं नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर की धरती से हूं. जो जर्मनी में एक जाना माना नाम है.” इसके साथ ही उन्होंने कहा, “टैगोर ने 1921, 1926 और 1930 में जर्मनी का दौरा किया था. उनकी रचनाओं का अनुवाद जर्मन लेखक मार्टिन काम्पचेन ने किया है. टैगोर के बारे में मार्टिन ने कहा है कि वह जहां भी बोले हॉल खचाखच भरे थे. हॉल में एंट्री देने नहीं मिलने पर लोग हाथापाई और झगड़े पर उतर आते थे. उस समय समाचार पत्रों में ऐसी कई खबरें प्रकाशित हुई हैं. जर्मनी के मीडिया ने भारतीय कवि की ‘पूरब के बुद्धिमान व्यक्ति’ और एक ‘रहस्यवादी और मसीहा’ के रूप में सराहना की है. यह लगभग एक सदी पहले की बात है.”

यह क्षण हमेशा संजोकर रखूंगा

बरुण दास ने सम्मेलन में शामिल होने आए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा, “यह एक संयोग ही है कि आज आप सभी का स्वागत करने के लिए मैं यहां आपके सामने खड़ा हूं. एक न्यूज मीडिया के शिखर सम्मेलन में जो एक वैश्विक स्थल पर हो रहा है और वह जर्मनी का स्टटगार्ट शहर है.” इसके साथ ही उन्होंने कहा, “इनोवेशन की राजधानी में एक नया मीडिया टेम्पलेट तैयार करना, विकास को बढ़ावा देना और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में योगदान देने का एक अलग ही अहसास है. भारत और जर्मनी के राष्ट्रगान को एक साथ गाना, एक ऐसा क्षण है जिसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा.”

संस्कृत और जर्मन भाषा के बीच अनोखा रिश्ता

बरुण दास ने संस्कृत और जर्मन के बीच के रिश्ते पर चर्चा करते हुए कहा, ” टैगोर से जुड़ाव के अलावा मैं भारत की सबसे पुरानी भाषा संस्कृत और जर्मन के बीच लैंग्वेज बॉन्ड से भी आश्चर्यचकित हूं. हेनरिक रोथ पहले ऐसे जर्मन थे जिन्होंने संस्कृत में मास्टर्स किया था. उन्होंने भारत की यात्रा की और भारतीय संस्कृति के रहस्यों से मंत्रमुग्ध हो गए.” उन्होंने कहा, “फ्रेडरिक श्लेगल और ऑगस्ट श्लेगल ने संस्कृत भाषा के पीछे की विशिष्टताओं पर गहराई से शोध किया. अब जर्मनी के शीर्ष विश्वविद्यालयों में संस्कृत पढ़ाई जा रही है. यह ऐसा मूल डीएनए है, जो भारत और जर्मनी को जोड़ता है.”

समिट संबंधों को ऊंचाई पर ले जाने का रोडमैप

Tv9 नेटवर्क के MD & CEO बरुण दास ने कहा, “मुझे यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पास इस न्यूज9 ग्लोबल शिखर सम्मेलन में जर्मनी और भारत के बीच संबंधों को नई ऊंचाई देने के लिए रोडमैप पर चर्चा करने वाले कई नेता यहां उपस्थित हैं. मैं अत्यंत आभारी हूं रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और संचार और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का जो भारत से लंबा सफर तय कर इस महत्वपूर्ण आयोजन में हिस्सा लेने आए हैं. हम सौभाग्यशाली हैं कि जर्मनी के दो वरिष्ठ नीति निर्माता फेडरल मिनिस्टर केम ओजडेमिर और बाडेन-वुर्टेमबर्ग के मंत्री विल्फ्रेंड क्रेश्चमैन अगले दो दिन में हमारे साथ जुड़ेंगे.

पीएम मोदी का संबोधन खास पल

बरुण दास ने कहा, “समिट का सबसे खास पल कल शाम होने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्य संबोधन है. मैं अपने जर्मन पार्टनर्स, हमारे सह मेजबान फाउ ईएफ बी स्टटगार्ट और बेडेन-वर्टेम्बर्ग राज्य के समर्थन का आभारी हूं, जिनके सहयोग से ये संभव हो सका.”

जर्मन साझेदारों का शुक्रिया

बरुण दास ने जर्मन साझेदारों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “बेहतरीन साझेदारी के लिए रुवेन का आभार जताया. उन्होंने बेडेन-वर्टेम्बर्ग के प्रथम सचिव फ्लोरियन हस्लर को धन्यवाद करते हुए कहा कि हम आज शाम आपको सुनने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि हमें बुंडेसलीगा और डीएफबी-पोकल जैसे सबसे प्रतिष्ठित जर्मन संस्थानों को अपने साझेदार के रूप में पाकर भी खुशी हो रही है. हमारे सामने एक रोमांचक शाम है, जिसकी शुरुआत केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और ज्योतिरादित्य सिंधिया के संबोधनों से शुरू होगी.”