Opec+का बड़ा फैसला, अब जनवरी की जगह अप्रैल 2025 तक नहीं बढ़ेगा तेल उत्पादन
दुनिया के करीब आधे तेल उत्पादन पर नियंत्रण रखने वाले समूह Opec+ ने एक बार फिर तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला टाल दिया है. यह समूह इस साल अक्टूबर से ही तेल उत्पादन बढ़ाने की योजना बना रहा था, लेकिन वैश्विक मांग में मंदी और इस समूह से बाहर के देशों के बढ़ते उत्पादन की वजह से योजनाओं को स्थगित करना पड़ा है.

सऊदी अरब और रूस के नेतृत्व में पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन ओपेक प्लस (Opec+) दुनिया के आधे से ज्यादा तेल उत्पादन और निर्यात को नियंत्रित करता है. गुरुवार को हुई एक बैठक में इस संगठन ने अपना तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला फिर टाल दिया है. इससे पहले अक्टूबर में भी उत्पादन को जनवरी तक नहीं बढ़ाने का फैसला किया गया था. अब फैसला किया गया है कि फिलहाल अप्रैल 2025 तक उत्पादन नहीं बढ़ाया जाएगा.
दाम पर असर नहीं
फिलहाल ओपेक देशों के इस फैसले का असर क्रूड के भाव पर देखने को नहीं मिला है. गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड के दाम में हल्की गिरावट देखी गई. खबर लिखे जाने तक WTI क्रूड फ्यूचर का प्राइस 68 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर उतार-चढ़ाव करता रहा .
2026 तक खत्म की जाएगी कटौती
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक ओपेक+ ने जनवरी 2025 से अप्रैल तक तेल उत्पादन बढ़ाने की योजना को स्थगित करने पर सहमति जताई है. इसके साथ ही समूह ने 2026 के अंत तक इस कटौती को पूरी तरह से खत्म करने पर सहमति व्यक्त की है. रिपोर्ट के मुताबिक ओपेक+ देशों के बीच गुरुवार को ऑनलाइन बातचीत हुई. इसके बाद यह फैसला किया गया.
कितनी कटौती की गई
ओपेक+ के देशों की तरफ से 2022 से प्रतिदिन 5.86 मिलियन बैरल उत्पादन कम किया गया है. यह वैश्विक मांग के लगभग 5.7 फीसदी के बराबर है. गुरुवार को ओपेक+ देशों ने 2025 के अंत तक यह कटौती जारी रखने पर सहमति जताई है. इसके साथ ही समूह ने संयुक्त अरब अमीरात को अप्रैल से सितंबर 2026 के अंत तक 3,00,000 बीपीडी तक उत्पादन बढ़ाने की अनुमति देने पर भी सहमति व्यक्त की है.
भारत में तेल की खतप
तेल की खपत के मामले में भारत दुनिया क शीर्ष देशो में शामिल है. तेल खपत के लिहाज से भारत अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है. 2024 में भारत में करीब 4.8 मिलियन बैरल प्रतिदिन की तेल खपत हो रही है. 2028 तक यह बढ़कर 6.6 मिलियन बैरल प्रतिदिन तक पहुंच सकती है.
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