पाकिस्तान ने 2 फीसदी घटाई ब्याज दर, क्या वाकई मजबूत हो रही है इकोनॉमी?

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने सोमवार को ब्याज दरों में 2 फीसदी की बड़ी कटौती का ऐलान किया. आमतौर पर ब्याज दर में कटौती तब की जाती है, जब महंगाई नियंत्रण में रहे और बाजार में आर्थिक गतिविधियों को बूस्ट करना होता है. ऐसे में सवाल उठता है क्या वाकई दिवालिया होने के कगार पर खड़े पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था अब मजबूत हो गई है?

पाकिस्तान में चीन सबसे बड़ा निवेशक है. Image Credit: Money9

करीब सालभर पहले दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने सोमवार को ब्याज दरों में 2 फीसदी की बड़ी कटौती का ऐलान किया है. यह लगातार पांचवीं बार है, जब पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर घटाई है. पाकिस्तान में नीतिगत दरों को लेकर सोमवार को हुई बैठक के बाद केंद्रीय बैंक ने एक स्टेटमेंट यह जानकारी दी.

ET ने रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने सोमवार को अपनी ब्याज दर में 200 आधार अंकों की कटौती की है. इस बदलाव के बाद अब यह पाकिस्तान में केंद्रीय बैंक की मुख्य ब्याज दर 13 फीसदी हो गई है. बैंक ने बताया है कि जून के बाद से यह लगातार पांचवीं कटौती है.

कैसा है पाकिस्तान की इकोनॉमी का हाल

पाकिस्तान को कुछ दिन पहले तक ईंधन, दवा और भोजन की जरूरी चीजें के आयात में भी मुश्किलें हो रही थीं. फिहलाल, चीन, सऊदी अरब, आईएमएफ और तुर्किये जैसे देशों से मिले कर्ज व वित्तीय मदद के चलते आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान के हालात थोड़े सुधर रहे हैं. पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक का कहना है कि देश में मुद्रास्फीति में कमी के साथ सुस्त अर्थव्यवस्था को रिवाइव करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इन्हीं प्रयासें के तहत बैंक ने सोमवार को अपनी प्रमुख नीति दर (की प्रिंसिपल रेट) में 200 आधार अंकों की कटौती कर उसे 13% कर दिया है.

आईएमएफ से मिली बड़ी मदद

ईटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान ने इस वर्ष उभरते बाजारों वाली अर्थव्यवस्थाओं में अर्जेंटीना को छोड़कर सबसे ज्यादा तेजी से ब्याज दर में कटौती की है. पाकिस्तान लगातार चुनौतीपूर्ण आर्थिक सुधारों के पथ पर आगे बढ़ रहा है. यही वजह है कि इसी साल सितंबर में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को 7 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज दिया है.

कटौती उम्मीद के मुताबिक

रॉयटर्स की रिपोर्ट के हवाले से ईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक की तरफ से ब्याज दर में की गई यह कटौती रॉयटर्स के 12 एनालिस्टों की तरफ से महंगाई तीव्र गिरावट के बाद लगाए गए अनुमान के मुताबिक है. पाकिस्तान में नवंबर में महंगाई दर 4.9% रही. पिछले साल मई में पाकिस्तान में महंगाई दर 40 फीसदी के करीब पहुंच गई थी.

जून से अब 9 फीसदी घटी ब्याज दर

सोमवार को पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर में दो फीसदी की कटौती की. इससे पहले जून में 1.50 फीसदी, जुलाई में 1.00 फीसदी, सितंबर में 2.00 फीसदी और नवंबर में 2.50 बीपीएस की रिकॉर्ड कटौती की है. इस तरह जून 2023 से जून 2024 तक 22% के ऑल टाइम हाई से अब तक ब्याज दर में 9 फीसदी की कटौती की जा चुकी है.

चीन कर्ज के रॉकेट पर उड़ रही पाक इकोनॉमी

पाकिस्तान के विदेशी निवेश प्रोत्साहन निकाय स्पेशल इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन काउंसिल के मुताबिक 25 जुलाई 2024 तक चीन 56.82 करोड़ डॉलर के शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के साथ पाकिस्तान में सबसे बड़ा निवेशक बनकर उभरा है. इसके अलावा पाकिस्तान पर दिसंबर 2023 तक कुल 131 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज था, जिसमें से करीब 70 अरब डॉलर अकेले चीन का है. वहीं, पाकिस्तानी न्यूज पोर्टल डॉल की पिछले सप्ताह की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में कुल 29 अरब डॉलर के साथ चीन पाकिस्तान को मिले कर्ज का सबसे बड़ा स्रोत है.