कंगाल पाकिस्‍तान के शेयर बाजार क्‍यों बने रॉकेट? पूरी दुनिया के स्‍टॉक मार्केट कर रहे त्राहिमाम!

आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था मोटे तौर पर आईएमएफ से मिलने वाले कर्ज और चीन, सऊदी अरब व यूएई जैसे देशों से मिलने वाली मदद से चल रही है. लेकिन, इसके बावजूद पूरी दुनिया के बाजारों में छाए मातम के उलट पाकिस्तान के शेयर बाजारों में रौनक है. आखिर ऐसा क्या हुआ है कि पाकिस्तानी बाजार में जबरदस्त तेजी बनी हुई है?

पाकिस्तान का शेयर बाजार घरेलू कारणों से चहक रहा है Image Credit: freepik

अमेरिका, यूरोप और एशिया में भारत सहित ज्यादातर बाजार निराशा के दौर से गुजर रहे हैं. वैश्विक अनिश्चितता के इस दौर में पाकिस्तानी शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स केएसई-100 में जोरदार उछाल आया है. कराची स्टॉक एक्सचेंज यानी केएसई-100 सोमवार को 1.65% के जोरदार उछाल के साथ 84,910.29 के ऑल टाइम हाई लेवल पर बंद हुआ. इसी तरह पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (पीएसएक्स) ने भी 85,000 अंकों का नया ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया.

पाकिस्तान के बाजारा की यह तेजी हैरान करने वाली है. क्योंकि, यह ऐसे समय में आई है, जब एशिया और यूरोप जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सूचकांकों में भारती उतार-चढ़ाव जारी है. अमेरिका में भी उम्मीद से अधिक मजबूत श्रम आंकड़ों के चलते यूएस फेड की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की संभावना को कम कर दिया है. इसके चलते वैश्विक बाजार की तेजी की धारणा कमजोर हुई है.

पाकिस्तान के साथ सीधे तौर पर सीमा साझा करने वाले ईरान का इजराइल के साथ युद्ध चल रहा है. अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान के रिश्ते खराब हैं. भारत के साथ तो स्थायी दुश्मनी बनी हुई है. चीन से भी आने वाले निवेश में कमी आई है. इस सबके बावजूद पाकिस्तान का बाजार तेजी के रास्ते पर बना हुआ है. खासतौर पर तेल, गैस, बैंकिंग और सीमेंट सहित प्रमुख क्षेत्रों में मजबूती बनी हुई है. पाकिस्तानी बाजार की तेजी में तेल और गैस क्षेत्र की ऑयल एंड गैस डेवलपमेंट कंपनी (ओजीडीसी), पाकिस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड (पीपीएल), और पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) जैसी कंपनियों के शेयरों में भारी उछाल आया है. .

क्यों आ रही धुंआधार तेजी

पाकिस्तान के शेयर बाजार में आए उछाल के पीछे कई कारण हैं. इनमें सबसे अहम बेहतर व्यापक आर्थिक स्थितियों, खास तौर पर मुद्रास्फीति में कमी आना है. इसी आधार पर पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने मौद्रिक नीति के छोर से भी राहत के संकेत दिए हैं. ऐसे में निवेशकों को पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में अच्छे दिन लौटने की उम्मीद जगी है. इसके अलावा पाकिस्तान को अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए आईएमएफ की तरफ से 7 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज की किस्त भी जारी किए जाने की मंजूरी दी है.

ब्याज दर में 2 फीसदी की बंपर कटौती संभव

बिजनेस रिकॉर्डर की रिपोर्ट के मुताबिक आरिफ हबीब लिमिटेड की शोध प्रमुख सना तौफिक कहती हैं कि पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक की तरफ से बाजार को आने वाले दिनों में 1.5 से 2.0 फीसदी की बंपर कटौती की उम्मीद है. ब्याज दर घटने से बाजार में नकदी का प्रवाह बढ़ेगा, जिससे पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी. इसके अलाव फिक्स्ड-इनकम मार्केट में कम होते रिटर्न को देखते हुए ज्यादा निवेशक शेयर बाजार का रुख कर रहे हैं.

इन सेक्टरों में आ रही मजबूती

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में आ रही मजबूती असल इंडेक्स-हैवी सेक्टर जैसे बैंक, एनर्जी, सीमेंट जैसे क्षेत्रों से संचालित है. इन सेक्टरों में मजबूत वृद्धि दिख रही है. कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान में बिजली की दरों में भी एडजस्टमेंट किया गया था, जिसके बाद इन कंपनियों के नकदी प्रवाह में सुधार हुआ है. इसके चलते निवेशक इन कंपनियों में रुचि ले रहे हैं. वहीं, चेस सिक्योरिटीज के शोध निदेशक यूसुफ एम फारूक के हवाले से पाकिस्तानी पोर्टल डॉन ने बताया कि पाकिस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड (पीपीएल) और पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) जैसी कंपनियों ने निवेशकों को खासा आकर्षित किया है.

स्थानीय निवेशकों की मजबूत मांग

स्थानीय निवेशकों की तरफ से अपने देश की अर्थव्यवस्था में मजबूत भरोसा जताने और संस्थागत समर्थन की वजह से पिछले एक सप्ताह में केएसई-100 सूचकांक 2,200 अंक से ज्यादा चढ़ चुका है. इतिहास में पहली बार यह 83,000 के स्तर के पार गया है. कराची में रविवार को हुए आतंकवादी हमले के बावजूद सोमवार को बाजार में आई तेजी स्थानीय बाजार में निवेशकों के अटूट भरोसे को दिखा रही है.