कौन है 26 साल के सुचिर बालाजी, जिन्होंने Open AI पर उठाए थे सवाल, अमेरिका में हुई संदिग्ध मौत

Open AI पर सवाल उठाने वाले सुचिर बजाज की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई है. 26 साल के सुचिर बजाज ओपन एआई में रिसर्चर के रुप में अमेरिका के फ्रांसिस्कों में काम कर रहे थे.

सुचीर बालाजी Image Credit:

Open AI पर सवाल उठाने वाले सुचिर बालाजी की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई है. 26 साल के सुचिर बालाजी ओपन एआई में रिसर्चर के रुप में फ्रांसिस्कों में काम कर रहे थे. टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने इनकी मौत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. फिलहाल अमेरिकी पुलिस और मेडिकल टीम मामले की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक अभी तक के जांच में कोई बाहरी कारण नहीं मिला है. अगस्त में ओपनएआई छोड़ने के बाद बालाजी ने कंपनी पर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया था.

बालाजी के मौत पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर हम्म (Hmm) कह कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. अमेरिकी पुलिस के बयान के मुताबिक, अभी तक के शुरुआती जांच में किसी तरह का कोई सबूत नहीं मिला है.

कंपनी को लेकर उठाया सवाल

26 साल के सुचिर बालाजी ओपन एआई (Open AI ) में काम कर रहे थे. अगस्त महीने में इन्होंने कंपनी पर कई तरह के आरोप लगाए. उनका कहना है कि chat Gpt बनाने के लिए कंपनी ने बिना किसी परमिशन के पत्रकारों लेखकों, प्रोग्रामरों के कॉपीराइटेड मटीरियल का इस्तेमाल किया है. जिसका असर फ्यूचर में कई बिजनेस और कारोबार पर पड़ेगा. सुचिर एआई को तैयार करने में योगदान तो दिया ही था साथ ही इन्होंने इस कंपनी में गलत हरकतों के लेकर आवाज उठाई थी.

कौन है सुचिर बालाजी ?

Open AI में काम करने से पहले बालाजी ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की थी. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने ओपनएआई और स्केल एआई में इंटर्नशिप की थी. उन्होंने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ओपनएआई और स्केल एआई में इंटर्नशिप की थी. उनकी सोशल मीडिया प्रोफाइल लिंक्डइन के मुताबिक, वे ओपन एआई में शुरुआत से ही जुड़े थे. उन्होंने वेबजीपीटी पर काम किया और बाद में जीपीटी-4 के लिए प्रीट्रेनिंग टीम, ओ1 के साथ रीजनिंग टीम और चैटजीपीटी (Chat Gpt )के लिए पोस्ट-ट्रेनिंग पर काम किया.

सुचिर बालाजी 4 साल तक कंपनी में काम करने के बाद Open AI छोड़ दिया. एक इंटरव्यू में उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि टेक्नॉलाजी समाज के लिए फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाएगी. उन्होंने बताया की उनकी सबसे बड़ी चिंता थी कि ओपनएआई कथित तौर पर कॉपीराइट डेटा का इस्तेमाल कैसे करता है.

छोड़ते वक्त किया पोस्ट

सुचिर बालाजी ने अक्टूबर में एक एक्स पोस्ट में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “शुरू में कॉपीराइट, उचित उपयोग आदि के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, लेकिन GenAI कंपनियों के खिलाफ दायर किए गए सभी मुकदमों को देखने के बाद जागरुक हो गया हूं.

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