टैरिफ आज से लागू, इन बड़े देशों ने की ‘फेयर डील’ की पहल, क्या मानेंगे ट्रंप?

US President Donald Trump का टैरिफ प्लान बुधवार से लागू हो गया है. ट्रंप लगातार कह रहे हैं कि वे सभी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार पर फेयर डील करना चाहते हैं. इस बीच भारत सहित कई बड़े देशों में इस मुद्दे पर अमेरिका से बातचीत की पहल की है. हालांकि, सवाल यही है ट्रंप किसे फेयर डील मानेंगे?

2 अप्रैल को जवाबी टैरिफ का ऐलान करते हुए डोनाल्ड ट्रंप Image Credit: white House Video

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में दुनिया के तमाम देशों के खिलाफ जवाबी टैरिफ का ऐलान किया. ट्रंप का यह टैरिफ प्लान बुधवार 9 अप्रैल से लागू हो गया है. इस बीच चीन ने पलटवार करते हुए अमेरिका पर 34 फीसदी टैरिफ का ऐलान किया. दुनिया की दो सबसे बड़ी आर्थिक शक्तियों के इस टकराव से वैश्विक अर्थव्यवस्था में भूचाल आया हुआ है.

ट्रंप ने चीन के इस कदम पर धमकी देते हुए कहा कि अगर चीन ने यह टैरिफ नहीं हटाया, तो अमेरिका चीन पर 50 फीसदी टैरिफ लगाएगा. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति के करीबी सहयोगी और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने ट्रंप से टैरिफ पर रियायत बरतने की मांग की, जिसे ट्रंप ने ठुकरा दिया. ट्रंप का कहना है कि वे टैरिफ प्लान को रोकने वाले नहीं, यह उन्हीं देशों के लिए रुकेगा, जिनके साथ अमेरिका फेयर डील कर लेगा.

70 देशों ने किया संपर्क

ट्रंप प्रशासन के मुताबिक करीब 70 देशों ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बाद बिजनेस डील के लिए व्हाइट हाउस से संपर्क किया है. अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट का कहना है कि दुनिया का हर देश इस मामले में अमेरिका से बात करना चाहता है. हालांकि, कोई भी समझौता रातों-रात नहीं होगा. इसमें समय लगेगा.

किन बड़े देशों ने बढ़ाया हाथ

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया ऐप ट्रूथ सोशल पर मंगलवार सुबह कहा कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से इस मुद्दे पर उनकी बात हुई है. वहीं, इससे पहले सोमवार को इजरायली प्रधानमंत्री ने भी उनसे इस मुद्दे पर बात की है. वहीं, यूरोपियन यूनियन ने अमेरिका को जीरो फॉर जीरो टैरिफ का ऑफर दिया है. इसके अलावा जापानी सरकार ने भी ट्रंप प्रशासन से इस मुद्दे पर बातचीत की पेशकश की है. वहीं, ब्रिटेन ने भी अमेरिकी अधिकारियों से बात शुरू कर दी है.

भारत ने भी कहा बात करेंगे

वहीं, भारत ने भी इस मामले में कहा है कि ट्रंप प्रशासन के साथ इस मामले को बातचीत के जरिये सुलझाया जाएगा. भारत का इरादा अमेरिका से भिड़ना नहीं है. भारत की तरह ही ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कंबोडिया सहित उन तमाम देशों ने बातचीत का रास्ता चुना है, जिन पर ट्रंप का टैरिफ लागू होने जा रहा है.

कब तक होगा कोई समझौता

अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट का कहना है कि अगले कुछ महीने टैरिफ को लेकर समझौते की बातचीत में बीतने वाले हैं. इसके साथ ही बेसेंट ने कहा कि सबसे पहले जापान के साथ समझौता होगा, क्योंकि इस मामले में जापान ने सबसे पहले पहल की है. हालांकि, मोटे तौर पर अलग-अलग देशों से एक साथ बातचीत की जा रही है. बातचीत में दोनों देश फेयर डील करेंगे.

क्या बीच में लगेगी टैरिफ पर रोक?

ट्रंंप के आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने मंगलवार को टैरिफ पर 90 दिनों की रोक की संभावना से इनकार नहीं किया. उन्होंने कहा, इस मामले में राष्ट्रपति ही तय करेंगे कि वे क्या फैसला लेना चाहते हैं. वहीं, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि फिलहाल ट्रंप इस बारे में कुछ भी नहीं सोच रहे हैं.

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