टेक कंपनियों ने 2024 में की डेढ़ लाख कर्मचारियों की छंटनी, माइक्रोसॉफ्ट से लेकर टेस्ला तक हैं शामिल

इस साल इंटेल, टेस्ला, सिस्को और माइक्रोसॉफ़्ट जैसी प्रमुख टेक कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों की छंटनी की. कंपनियों ने इसकी वजह खर्चों में कटौती, पुनर्गठन और बदलती परिस्थितियां बताया है. इंटेल ने 15,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला. इसके अलावा टेस्ला, सिस्को, उबर ने भी बड़ी छंटनियां की हैं.

माइक्रोसाफ्ट से लेकर इंटेल तक टेक कंपनियों में बड़ी छंटनी Image Credit: skaman306/Moment/Getty Images

टेक कंपनियों में छंटनियों की लहर कम होने का नाम नहीं ले रही है. आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में कंपनियों ने छंटनी के नाम पर लगभग 1,50,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. इसके पीछे कंपनियां अपने खर्चों में कटौती, व्यवसाय का पुनर्गठन और बदलती परिस्थितियों को कारण बता रही हैं. इसमें टेस्ला, इंटेल, सिस्को और माइक्रोसॉफ़्ट जैसी कंपनियां शामिल हैं. साल 2022 और 2023 में भी टेक कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था.

इन कंपनियों ने की छंटनी

इंटेल

टेक कंपनी इंटेल ने इस साल बड़ी छंटनी की है. आंकड़ों से पता चला है कि कंपनी ने 15,000 लोगों को नौकरी से निकाला है, जो कंपनी के 15 प्रतिशत कर्मचारियों के करीब है. इस फैसले के पीछे कंपनी को हुए नुकसान को कारण बताया जा रहा है. इस साल कंपनी को 10 बिलियन डॉलर का घाटा हुआ है.

टेस्ला

एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने इस साल 14,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, जिसमें कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने खर्चों में कटौती के नाम पर करीब 20 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की है.

सिस्को

सिस्को ने इस साल दो बार छंटनी की और करीब 6,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, जो इसके वर्कफोर्स का लगभग 15 प्रतिशत है. कंपनी के सीईओ ने इसके पीछे कंपनी के लक्ष्य को प्राप्त करने और एआई की बढ़ती चुनौती को कारण बताया है.

एस एंड पी

एस एंड पी ने कंपनी में पुनर्गठन के नाम पर 8,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है, जिसमें 108 स्थाई कर्मचारी भी शामिल हैं.

उबर

उबर ने कुल 6,700 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. लगातार घाटों के कारण कंपनी ने अपनी कई ऑफिसों को भी बंद किया है. कंपनी के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कोरोना महामारी के बाद से कंपनी को काफी घाटा हुआ है, और इससे उबरने के लिए कंपनी ने यह कदम उठाया है.

डेल

टेक कंपनी डेल ने इस साल 6,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला लिया है. कंपनी ने इस छंटनी के पीछे बाजार में बढ़ते चैलेंजेज को कारण बताया है. इस साल कंपनियों के राजस्व में 11 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है.

बेल

कनाडा की कंपनी बेल ने इस साल लगभग 4,800 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, जो इसके वर्कफोर्स का लगभग 9 प्रतिशत है. कंपनी ने छंटनी के पीछे कंपनी के पुनर्गठन और अपने व्यवसाय मॉडल में बदलाव को कारण बताया है.

माइक्रोसॉफ़्ट

अग्रणी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ़्ट भी इस छंटनी से अछूती नहीं है. कंपनी के गेमिंग डिवीजन ने इस साल करीब 2,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. कंपनी ने अपने कदम का बचाव करते हुए कहा कि इस कदम के पीछे खर्चों में कटौती करना था.

इसके अलावा, जिरॉक्स ने अपने वर्कफोर्स के करीब 15 प्रतिशत कर्मचारियों को निकाला है, जबकि पे पाल ने करीब 9 प्रतिशत और बायजूज ने करीब 2,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है.