थाईलैंड घूमने को बेकरार हैं? अब न कोई वीजा का झंझट, न लंबा इंतजार, सीधे उड़ान भरें और थाईलैंड के नजारों का मजा लें
भारतीय यात्रियों के लिए थाईलैंड ने बड़ा फैसला लिया है. अब थाईलैंड जाने के लिए आपको वीजा की चिंता नहीं करनी होगी...
भारतीयों को थाइलैंड की सैर करना इतना पसंद है कि कुछ के लिए तो ये देश ड्रीम डेस्टिनेशन है. और अगर कुछ ऐसा हो जाए जिसमें उनके थाइलैंड ट्रैवल पर सरकार डिस्काउंट दे दें तो फिर ये उनके लिए सोने पर सुहागा है. यह खबर कुछ ऐसी ही है. थाईलैंड की सरकार ने इंडियन्स के लिए फ्री वीजा एंट्री अनिश्चितकाल तक बढ़ाने की घोषणा की है. वैसे सरकार का ये फैसला अपने फायदे का ही है. आप जितना दिन रूकेंगे उतना ही देश को आर्थिक योगदान देंगे.
फ्री वीजा एंट्री की यह सुविधा 11 नवंबर, 2024 तक ही थी, लेकिन अब भारतीय पर्यटक बिना वीजा के 60 दिनों तक थाईलैंड में रह सकते हैं. और अगर इन साठ दिनों में भी दिल ना भरे तो लोकल इमिग्रेशन ऑफिस से 30 दिन और बढ़वा सकते हैं.
थाईलैंड बना भारतीयों का फेवरेट डेस्टिनेशन
थाइलैंड सरकार ने नवंबर 2023 में पहली बार भारतीयों के लिए विजा फ्री किया था. इसके बाद अपने नाइट लाईफ के लिए मशहूर यह देश भारतीय पर्यटकों के लिए टॉप वीजा-फ्री डेस्टिनेशन बन गया. भारतीय यात्रियों की सुविधा को देखते हुए थाईलैंड पर्यटन प्राधिकरण (TAT) ने इस प्रावधान को और आगे बढ़ाने का फैसला लिया है. रॉयल थाई एम्बेसी, नई दिल्ली के अधिकारियों ने भी इस खबर की पुष्टि की है.
क्यों भारतीयों को दिलचस्प लगता है थाइलैंड?
थाईलैंड के खूबसूरत बीच, सांस्कृतिक स्थल, नाइट लाइफ, विभिन्न व्यंजन और किफायती रहन-सहन भारतीय पर्यटकों को बहुत पसंद हैं, साल 2024 की पहली तिमाही में ही थाईलैंड में 9.4 मिलियन विदेशी पर्यटक आए, जिन्होंने लगभग 454.6 बिलियन थाई बात का आर्थिक योगदान दिया. इस साल थाईलैंड का लक्ष्य है कि 40 मिलियन पर्यटकों का स्वागत किया जाए.
वीजा-फ्री यात्रा क्या होती है?
जो इस खबर को पढ़कर थाइलैंड जानें को बेकरार हैं लेकिन वीजा-फ्री का कॉन्सेप्ट नहीं पता तो उन्हें बता दें, वीजा-फ्री ट्रैवल में पर्यटक को वीजा की जरूरत नहीं होती.उस देश में केवल अपना पासपोर्ट दिखाकर एंट्री मिल जाती है. जैसा कि पहले बताया है कि ये फैसला सरकार को बड़ा आर्थिक योगदान देगा. तो ऐसे में वीजा-मुक्त नीति से होटल बुकिंग्स बढ़ती हैं, रोजगार बढ़ता है और पर्यटन से जुड़े अन्य सेक्टर में मांग बढ़ती है.