अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी टैक्स कटौती जल्द, USA बिजनेस के लिए बेस्ट, घटाने होंगे तेल के दाम : ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि जल्द ही अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी टैक्स कटौती होने वाली है. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सालाना बैठक को वर्चुअली संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वे यूक्रेन युद्ध को खत्म करने पर काम कर रहे हैं. जल्द ही दुनिया में शांति आएगी.

WEF को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप Image Credit: WEF

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सालाना बैठक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी टैक्स कटौती की तैयारी कर रहे हैं. जल्द इसे अमली जामा पहनाया जाएगा. ट्रंप ने कहा कि वे अमेरिकी नागरिकों को जल्द से जल्द महंगाई से राहत देना चाहते हैं. इसके लिए वे सबसे पहले इतिहास की सबसे बड़ी टैक्स छूट पर काम कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे चाहेंगे कि ब्याज दरों को भी तुरंत घटाया जाए, ताकि आम लोगों के लिए राहत मिले.

कॉर्पोरेट टैक्स को करेंगे 15 फीसदी

ट्रंप ने कहा कि वे कॉर्पोरेट टैक्स में बड़ी कटौती चाहते हैं. फिलहाल अमेरिका में कॉर्पोरेट टैक्स 21 फीसदी है. ट्रंप का कहना है कि वे इसे 15 फीसदी करना चाहते हैं. लेकिन, यह कटौती सिर्फ उनक कंपनियों के लिए होगी, जो अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग करेंगी. ट्रंप ने कहा कि जो कंपनियां अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग नहीं करेंगे, वे उनके ऊपर ज्यादा टैक्स लगाएंगे.

बिजनेस के लिए अमेरिका बेस्ट

खुद अरबपति बिजनेसमैन रहे ट्रंप ने दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) को संबोधित करते हुए कहा, सऊदी अरब अमेरिका में 600 अरब डॉलर इन्वेस्ट करने जा रहा है. मैं अपने दोस्त क्राउन प्रिंस से कहूंगा कि वे इस रकम को राउंड फिगर में 1000 अरब डॉलर कर दें. क्योंकि, दुनिया में एक बिजनेस के लिए अमेरिका से बेहतर और कोई जगह नहीं हो सकती. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनको सत्ता में आए अभी चार दिन भी नहीं हुए हैं, लेकिन उन्होंने इतने सारे काम कर दिए हैं, जितने पिछली सरकार ने चार साल में भी नहीं किए.

घटानी होगी तेल की कीमत

ट्रंप ने कहा कि वे सऊदी अरब से कहंगे के तीन की कीमत घटाए. उन्हें इस बात की हैरानी है कि आखिर दाम घटाए क्यों नहीं जा रहे हैं, जबकि इससे उन्हें नुकसान ही हो रहा है. ट्रंप ने कहा, तेल की कीमतो को नीचे लाना ही होगा. इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि अगर तेल की कीमत कम हो जाती है, तो रूस-यूक्रेन युद्ध तुरंत खत्म हो जाएगा. ट्रंप ने तर्क दिया कि G7 और EU के प्रतिबंधों के बाद भी रूस तेल बेच रहा है, क्योंकि तेल के दाम ज्यादा हैं. इससे ही रूस को युद्ध करने के लिए फंड मिल रहा है. तेल की कीमत घट जाएगी, तो रूस को फंड मिलना बंद हो जाएगा और युद्ध खत्म हो जाएगा.

नाटो को उठाना होगा भार

दुनिया के सबसे बड़े सैन्य समूह नाटो को लेकर ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अकेले इसका बोझ नहीं उठाएगा. उन्होंने कहा कि वे नाटो सदस्यों से उनकी जीडीपी का 5 फीसदी भुगतान नाटो को दिलाएंगे. ट्रंप ने कहा कि नाटो के ज्यादातर देश अभी तक जीडीपी के 2% के लक्ष्य को भी पूरा नहीं कर पाए हैं. ट्रंप के इस बयान से ठीक पहले नाटो प्रमुख मार्क रूटे ने कहा कि यूरोपीय नाटो सदस्य पर्याप्त भुगतान नहीं कर रहे हैं. अगर जीडीपी के 2% जितना भुगतान शुरू नहीं किया गया तो यह नाटो देशों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त नहीं होगा.

यूरोपीय देशों पर भी लगेगा टैरिफ

यूरोपीय देशों पर भड़कते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के साथ यूरोपीय देशों का व्यवहार निष्पक्ष नहीं है. ये देश अपने फार्म प्रोडक्ट और कार अमेरिका में बेचते हैं. लेकिन, अमेरिका के फार्म प्रोडक्ट और कार यूरोप में नहीं बेचने देते हैं. इसकी वजह से अमेरिका यूरोपीय देशों के साथ अरबों डॉलर के व्यापार घाटे में है. इस बारे में जल्द ठोस कदम उठाए जाएंगे.