अमेरिका में 142,000 नौकरियां बढ़ीं, बेरोजगारी दर 4.2% पर पहुंची

अगस्त महीने में अमेरिका में नौकरियों में तेज़ी आई है. इसके साथ ही बेरोज़गारी दर में भी कमी देखने को मिल रही है. इस बढ़ोतरी से जुलाई में बेरोजगारी दर तीन साल के उच्चतम स्तर 4.3% से नीचे आ गई. बेरोजगारी दर लगातार चार महीनों से बढ़ रही थी.

अमेरिका में नौकरियों की संख्या बढ़ी Image Credit: GettyImages

दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका में नौकरियों की संख्या बढ़ी है. शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त महीने में अमेरिका में नौकरियों में तेज़ी आई है. इसके साथ ही बेरोज़गारी दर में भी कमी देखने को मिल रही है. लेबर डिपार्टमेंट ने कहा कि अमेरिका ने पिछले महीने 142,000 नौकरियां जोड़ी हैं, जो जुलाई के आंकड़ों से कहीं अधिक है.

नौकरियों में तेजी आने के साथ ही केंद्रीय बैंक ने इस महीने ब्याज दरों में कटौती की है. ब्रीफिंग डॉट कॉम के अनुसार, अगस्त का आंकड़ा अर्थशास्त्रियों की 165,000 की उम्मीद से कम था. बेरोजगारी दर 4.3 प्रतिशत से थोड़ी कम होकर 4.2 प्रतिशत हो गई है. विश्लेषकों की नजरें नौकरियों पर टिकी हुई हैं, क्योंकि ब्याज दरें और मुद्रास्फीति में कमी आई है.

लेबर डिपार्टमेंट ने क्या कहा?

नौकरियों के बाजार की स्थिति, 17-18 सितंबर की नीति बैठक के बाद फेड दरों में कटौती के आकार को प्रभावित कर सकती है. इस संदर्भ में, लेबर डिपार्टमेंट ने कहा कि अगस्त में औसत प्रति घंटा आय अपेक्षा से अधिक बढ़कर 0.4 प्रतिशत बढ़कर $35.21 हो गई. एक साल पहले की तुलना में, वेतन वृद्धि 3.8 प्रतिशत अधिक थी. यह वृद्धि पहले से भी काफी अधिक है.

इन सेक्टर में बढ़ी नौकरियां

हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में सबसे अधिक नौकरियां बढ़ी हैं. इसके साथ ही कई अन्य सेक्टर में भी जॉब में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. लिस्ट के माध्यम से देखते हैं कि किन सेक्टर में कितनी नौकरियां बढ़ी हैं:

  • हॉस्पिटैलिटी सेक्टर: 46,000
  • कंस्ट्रक्शन: 34,000
  • हेल्थकेयर: 31,000
  • पब्लिक सेक्टर और लोकल गवर्नमेंट: 24,000
  • सोशल असिस्टेंट: 13,000
  • प्रोफेशनल और बिजनेस सर्विसेज: 8,000
  • मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर: 11,000

इस बढ़ोतरी से जुलाई में बेरोजगारी दर तीन साल के उच्चतम स्तर 4.3% से नीचे आ गई. बेरोजगारी दर लगातार चार महीनों से बढ़ रही थी. इन आकड़ो के बाद वित्तीय बाजारों में व्यापार में उतार-चढ़ाव रहा. साथ ही अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट आई, जबकि डॉलर अन्य मुद्राओं के मुकाबले गिर गया.