अमेरिका ने दिया रूस का साथ, उर्वरक और शिपिंग पर लगे प्रतिबंधों हटाने को लेकर सहमति, जानें- क्या हुई डील
Russia Black Sea: रूस ने 2023 में ब्लैक सी इनिशिएटिव से खुद को अलग कर लिया था. रूस के अनुसार पेमेंट, लॉजिस्टिक और इंश्योरेंस पर प्रतिबंध शिपमेंट में बाधा बन गए थे. रूस ने पिछले साल करीब 40 मिलियन टन खनिज उर्वरकों का निर्यात किया था.

Russia Black Sea: शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण डेवलपमेंट देखने को मिला है. अमेरिका ने यूक्रेन और रूस के बीच एक नया समझौता करवाया है जिसका उद्देश्य काला सागर में सुरक्षित नेविगेशन सुनिश्चित करना है. इस समझौते में युद्ध में आमने-सामने दो देशों के बीच एनर्जी अटैक पर रोक शामिल है. युद्ध विराम समझौते का उद्देश्य अनाज और ऊर्जा आपूर्ति के परिवहन के लिए महत्वपूर्ण जलमार्ग, काला सागर नेविगेशन में और अधिक व्यवधानों को रोकना है. इसके अलावा रूस के उर्वरक और शिपिंग पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए अमेरिका ने सहमति दे दी है.
रूस के कृषि मशीनरी की सप्लाई पर से प्रतिबंध हटाने के साथ ही खाद्य (मछली उत्पादों सहित) और उर्वरकों के उत्पादन में शामिल अन्य सामान के इंपोर्ट पर भी सहमति बनी है. अमेरिका ने ब्लैक सी में समुद्री सुरक्षा समझौते के लिए पूर्व शर्त के रूप में खाद्य, उर्वरक और शिपिंग कंपनियों पर पश्चिमी प्रतिबंधों को हटाने में मदद करने पर सहमति व्यक्त की है. मंगलवार को रूस के राजनयिकों ने रॉयटर्स को बताया कि क्रेमलिन द्वारा लिस्टेड अधिकांश प्रतिबंध यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों से संबंधित हैं.
सुरक्षित नेविगेशन
यह समझौता सुरक्षित नेविगेशन सुनिश्चित करने और कमर्शियल जहाजों के दुरुपयोग को रोकने के लिए ब्लैक सी पहल की ओर लौटने की दिशा में एक अहम कदम है. व्हाइट हाउस ने कहा कि उसने रूस के साथ सुरक्षित नेविगेशन सुनिश्चित करने, बल प्रयोग को समाप्त करने और काला सागर में सैन्य उद्देश्यों के लिए कमर्शियल जहाजों के उपयोग को रोकने के लिए सहमति व्यक्त की है, लेकिन वाशिंगटन ने इसे क्रेमलिन की तरह काला सागर पहल नहीं कहा है.
ब्लैक सी इनिशिएटिव की वापसी
यह डील प्रभावी रूप से ब्लैक सी इनिशिएटिव की वापसी है, जिसे 2022 में तुर्की और अमेरिका की मदद से अंजाम दिया गया था. इस सौदे ने यूक्रेन को अपने अनाज और अन्य कृषि उत्पादों को बाजार में लाने में मदद की, जबकि हथियारों की सप्लाई को रोकने के लिए क्षेत्र में शिपिंग के निरीक्षण की अनुमति दी. कीव ने शिकायत की कि रूस निरीक्षण का उपयोग शिपमेंट को रोकने के लिए कर रहा था. हालांकि, इन आरोपों का मास्को ने खंडन किया.
रूस ने किया था खुद को अलग
रूस के लिए इसमें तीन साल के समझौता ज्ञापन की कई शर्तें शामिल हैं. इसके तहत अमेरिकी अधिकारियों ने रूस को विदेशी बाजारों में अपने खाद्य और उर्वरक निर्यात को लाने में मदद करने पर सहमति व्यक्त की थी. रूस ने 2023 में ब्लैक सी इनिशिएटिव से खुद को अलग कर लिया. उसका कहना था कि उसे अपने खाद्य और उर्वरक निर्यात को गंभीर बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि रूस को वर्तमान में ब्लैक सी के रास्ते अपने अनाज को बाजार तक पहुंचाने में कोई गंभीर समस्या नहीं है.
शिपमेंट में बाधा बन गईं ये चीजें
रूस के खाद्य और उर्वरक निर्यात पश्चिमी प्रतिबंधों के अधीन नहीं हैं. रूस ने कहा है कि पेमेंट, लॉजिस्टिक और इंश्योरेंस पर प्रतिबंध शिपमेंट में बाधा बन गए हैं. फिर भी रूस दुनिया का टॉप गेहूं और उर्वरक निर्यातक बना हुआ है. रूस से इस सीजन में वैश्विक बाजारों में लगभग 40 मिलियन टन गेहूं भेजने की उम्मीद है. मुख्य रूप से मिस्र जैसे मिडिल ईस्ट के पारंपरिक ग्राहकों को और 2030 तक अपने ओवरऑल कृषि निर्यात को 50 फीसदी तक बढ़ाने का लक्ष्य है.
रूस ने पिछले साल करीब 40 मिलियन टन खनिज उर्वरकों का निर्यात किया था, जिसमें ब्राजील, भारत, चीन और अमेरिका प्रमुख खरीदार थे. देश की योजना 2030 तक उर्वरक उत्पादन को एक तिहाई बढ़ाकर करीब 80 मिलियन टन करने की है.
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