दिवालिया हुई अमेरिकी कंपनी टपरवेयर, मशहूर ब्रांड की क्यों हुई ऐसी दशा?
टपरवेयर ब्रांड्स (Tupperware) ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन कर दिया है. कंपनी की मुख्य कार्यकारी लॉरी एन गोल्डमैन ने निवेशकों को दिए एक बयान में कहा कि कंपनी इस पूरी प्रक्रिया में ऑपरेशन्स जारी रखेगी.
आर्थिक तंगी से जूझ रही फूड स्टोरेज कंटेनर बनाने वाली पॉपुलर अमेरिकी कंपनी टपरवेयर ब्रांड्स (Tupperware) ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन कर दिया है. कंपनी का कहना है कि वह व्यवसाय की बिक्री प्रक्रिया शुरू करने के लिए अदालत से अनुमति मांगेगी. कंपनी ने यह साफ किया कि दिवालियापन की कार्यवाही के दौरान वह ऑपरेशन्स जारी रखेगी.
कंपनी की मुख्य कार्यकारी लॉरी एन गोल्डमैन ने निवेशकों को दिए एक बयान में कहा कि कंपनी इस पूरी प्रक्रिया में अपने ग्राहकों को उनके पसंदीदा और भरोसेमंद उच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं. बता दें पिछले कई वर्षों से टपरवेयर कंपनी आर्थिक संकट से जूझ रही है. कच्चे माल की बढ़ती लागत, उच्च मजदूरी और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट ने इसके मुनाफे के मार्जिन को कम कर दिया है. ऐसे में कंपनी के लिए प्रोडक्शन करना काफी मुश्किल हो गया है. कोविड काल में कंपनी को थोड़ा फायदा हुआ था. क्योंकि ज्यादातर देशों में कामकाज ठप होने की वजह से लोग ज्यादा खाना बना रहे थे और इसे कंटेनर में स्टोर कर रहे थे. ऐसे में टपरवेयर के डिब्बों की मांग बढ़ गई थी. कंपनी की हालत में हुआ ये सुधार लंबे समय के लिए नहीं था. चीजों के दोबारा सामान्य होते ही कंपनी का घाटा बढ़ गया.
कंपनी के घाटे में जाने की वजह
बिक्री में गिरावट और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते टपरवेयर कई वर्षों से संघर्ष कर रहा है. कंपनी के मुताबिक डिमांड कम होने और लागत के बढ़ने की वजह से प्रोडक्शन करना मुश्किल होता जा रहा है. इसी के चलते टपरवेयर ब्रांड्स कॉर्प ने दिवालियापन संरक्षण प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है. दिवालियापन के लिए दाखिल करने से पहले टपरवेयर और उसके ऋणदाताओं के बीच महीनों तक इस बारे में बातचीत की गई, जिसमें 700 मिलियन डॉलर से ज्यादा के कर्ज को मैनेज करने पर बात की गई. लेनदारों ने उस ऋण पर कुछ राहत देने पर सहमति जताई थी, लेकिन यह काफी नहीं था. इस वजह से व्यवसाय में गिरावट जारी रही.
78 साल पुरानी है कंपनी
टपरवेयर कंपनी की स्थापना साल 1946 में हुई थी. इसकी नींव रसायनशास्त्री अर्ल टपर ने रखी थी. इस कंपनी को स्थापित हुए 78 साल हो गए हैं. एक समय इसका नाम पूरी दुनिया में मशहूर था. इसकी सबसे ज्यादा लोकप्रियता 1950 के दशक में थी. उस दौरान महिलाएं अपने घरों में “टपरवेयर पार्टियां” आयोजित करती थीं और फूड स्टोरेज कंटेनर का इस्तेमाल करती थीं.