US Election : क्या Google के बुरे दिन आने वाले हैं! जानें क्या है Trump और Musk से कनेक्शन?

US Election के नतीजे आ चुके हैं. Elon Musk की मदद से Donald Trump फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. इसे ट्रंप के साथ ही मस्क की भी बड़ी जीत माना जा रहा है. अब सवाल उठ रहा है कि क्या ट्रंप Google, Microsoft और OpenAI जैसे Tech giants पर मस्क के मुताबिक चलेंगे. अगर ऐसा हुआ, तो इन कंपनियों के लिए आने वाले दिन चुनौतियों भरे हो सकते हैं. जानें कैसे.

ट्रंप और मस्क Image Credit: Anna Moneymaker

US Elections के नतीजे सामने आ चुके हैं. Donald Trump बंपर बहुमत के साथ फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. दुनिया के सबसे अमीर शख्स और Tesla, SpaceX जैसी कंपनियों के मालिक Elon Musk ने ट्रंप की जीत में अहम भूमिका निभाई है. कई मर्तबा ट्रंप कह चुके हैं कि उनके प्रशासन में मस्क अहम भूमिका निभाएंगे. वहीं, मस्क भी मौजूदा डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके प्रशासन की नीतियों की जमकर आलोचना करते रहे हैं.

फिलहाल, पूरी दुनिया में Google, Microsoft और Meta आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में सबसे आगे हैं. मस्क को इन कंपनियों की एआई नीतियों पर आपत्ति है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर क्या अमेरिका में एआई से जुड़ी नीतियों पर मस्क के विचारों का प्रभाव पड़ेगा, अगर ऐसा हुआ, तो इन टेक जायंट्स के लिए आने वाले दिनों में मुश्किल बढ़ सकती है.

क्यों उठा ये सवाल

ये मुश्किलें कैसी होंगी, इसकी नजीर हाल मे ही तब देखने को मिली, जब एलन मस्क ने सोमवार को शिकायत की कि Google और ChatGPT लगातार पक्षपाती नतीजे दिखा रहे हैं. मस्क ने आरोप लगाया कि वास्तविक स्थिति के विपरीत दोनों कंपनियों के चैट एजेंट रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के दावेदार डोनाल्ड ट्रंंप के मुकाबले अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का पक्ष ले रहे हैं. अक्सर बड़े-बड़े देशों की सरकारों के अनुरोध पर जिस गूगल के कान पर जूं नहीं रेंगती, उसे मस्क के सवाल उठाने के कुछ ही घंटे में इस मामले में सफाई देनी पड़ी. इससे यह साफ हो जाता है कि इन कंपनियों पर अगर मस्क का रवैया टेड़ा रहा, तो इनकी मुश्किलें बढ़ना तय है.

डेमोक्रेटिक पार्टी को दिया फंड

मस्क ने खुलकर डोनाल्ड ट्रंप का साथ दिया. ट्रंप के चुनावी कैंपेन के लिए मस्क ने करोड़ों डॉलर खर्च किए. इसके अलावा खुद चुनावों में रैलियां की हैं. वहीं, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां खुद को निष्पक्ष बताती रही हैं. हालांकि, अब सामने आया है कि इन कंपनियों से कमला हैरिस का समर्थन करते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी को सबसे ज्यादा चंदा दिया है. इस रवैये को लेकर भी मस्क सवाल उठा चुके हैं. उनका कहना है कि ये कंपनियां निष्पक्ष होने का ढोंग करती हैं.

क्यों खड़ा हुआ विवाद

जब ChatGPT और गूगल के Gemini एआई से डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बारे में एक जैसे सवाल पूछे गए, तो दोनों एआई मॉड्यूल ने ट्रंप को लेकर कोई भी जवाब देने से इन्कार कर दिया. वहीं, हैरिस के पक्ष में मतदान किए जाने को लेकर कुछ दलीलें पेश की थीं. इसके अलावा नतीजों को लेकर भी जो सर्च रिजल्ट आ रहे थे, उनमें कमला हैरिस को आगे दिखाया जा रहा था.

मस्क ने जताई ये चिंता

इसे लेकर मस्क ने सवाल खड़ा किया था इन कंपनियों ने एआई को गलत धारणाओं के साथ प्रशिक्षित किया है. इस तरह की भेदभावपूर्ण सोच को एआई और सुपरकंप्यूटर के साथ जोड़ना, अमेरिका के अस्तित्व के लिए खतरा है. मस्क ने एक्स पर लिखा, आप कल्पना करते होंगे कि अगर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भेदभावभरी धारणाओं के साथ किसी सुपर शक्तिशाली AI को प्रोग्राम किया जाए, तो यह सभ्यता को खत्म कर सकता है. बहरहाल, अब, कल्पना करने की कोई जरूरत नहीं है. यह पहले से ही Google Gemini और OpenAI ChatGPT में प्रोग्राम किया जा चुका है.

AI पर गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के आलोचक हैं मस्क

आज पूरी दुनिया में एआई का दूसरा नाम Open AI है. एलन मस्क ओपन एआई के संस्थापक सदस्य रहे हैं. लेकिन, बाद में उन्होंने टेस्ला के लिए जब एआई पर काम शुरु किया, तो हितों के टकराव को ध्यान में रखकर खुद को ओपन एआई से अलग कर लिया. फिलहाल, ओपन एआई पर माइक्रोसॉफ्ट का कब्जा है. वहीं, गूगल ने ओपन एआई के मुकाबले में Gemini एआई पेश किया है. मस्क एआई को लेकर गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा तीनों की नीतियों की अलोचना कर चुके हैं.

इंटरनेट सर्च मोनोपॉली के खिलाफ

मस्क एआई के अलावा गूगल के सर्च कारोबार पर मोनोपॉली के भी खिलाफ हैं. उन्होंने कई बार इस बात के संकेत दिए हैं कि वे गूगल के मुकाबले में एक नया सर्च इंजन पेश कर सकते हैं, ताकि इंटरनेट सर्च के बाजार को लोकतांत्रिक बनाया जा सके. इसके अलावा एंड्रॉइड व आईओएस के जरिये स्मार्टफोन्स पर गूगल और एपल की डुओपॉली को भी खतरनाक बता चुके हैं. इसके लिए वे एक सर्च इंजन और टेस्ला का स्मार्टफोन बनाने की बात कर चुके हैं.

AI पर मिलते हैं ट्रंप और मस्क के विचार

एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के विचार कारोबार, अमेरिकी अर्थव्यवस्था सहित एआई को लेकर भी एक जैसे हैं. दोनों मानते हैं कि पूरी दुनिया में एआई का व्यापक प्रभाव हो रहा है. यह प्रभाव मानवता और सभ्यता के लिए खतरा नहीं बने इसके लिए कठोर नियमन की जरूरत है. इसके अलावा जिस तरह से ट्रंप और मस्क चुनाव में एक साथ दिखे हैं, उसे देखकर इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि आने वाले दिनों में ट्रंप की नीतियों पर मस्क की छाप जरूर दिखेगी.