ट्रंप के बदले तेवर, ईरान को लिखी चिट्ठी; परमाणु डील पर बातचीत करने को तैयार
डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद से उनके फैसलों ने एक के बाद एक कई देशों को चौंका दिया है. एक तरफ ट्रंप टैरिफ को लेकर आक्रामक हैं, तो दूसरी तरफ अन्य मुद्दों पर बातचीत के दरवाजे खुले रखे हैं. अब उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई को परमाणु समझौते को लेकर एक पत्र लिखा है. हालांकि, अयातुल्ला अली खामनेई के कार्यालय की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं दिया गया है.
डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद से लगातार नए समझौतों को लेकर खबरें आ रही हैं. कुछ दिन पहले ही उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से मिनरल डील को लेकर बातचीत की थी, हालांकि कोई नतीजा नहीं निकल सका. अब उन्होंने ईरान की ओर रुख किया है और परमाणु समझौते को लेकर एक चिट्ठी लिखी है.
अयातुल्ला अली खामनेई को लिखा पत्र
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर उसके सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई को एक पत्र भेजा है. ट्रंप ने शुक्रवार को ‘फॉक्स न्यूज’ को दिए एक इंटरव्यू में यह जानकारी दी और कहा कि उन्होंने ईरानी नेताओं को पत्र लिखा है.
ट्रंप ने कहा, “मैंने उन्हें एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है, ‘मुझे उम्मीद है कि आप बातचीत करेंगे, क्योंकि यदि हमें सैन्य रूप से आगे बढ़ना पड़ा, तो यह एक भयानक स्थिति होगी.’” ट्रंप ने इंटरव्यू में बताया कि यह पत्र उन्होंने “कल” भेजा था. यह इंटरव्यू बृहस्पतिवार को किया गया था.
ईरान का परमाणु कार्यक्रम
ईरान लंबे समय से अपने परमाणु कार्यक्रम पर काम कर रहा है. ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है. हालांकि, हाल के वैश्विक हालात को देखते हुए ईरानी अधिकारियों ने परमाणु हथियारों को आगे बढ़ाने की संभावना पर जोर दिया है. कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि ईरान अपने परमाणु हथियार बनाने के काफी करीब पहुंच चुका है. ऐसे में ट्रंप की यह पहल सबके लिए चर्चा का विषय बन गई है. इसे ईरान के साथ जारी तनाव को कम करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.
ईरान ने नहीं दिया जवाब
ट्रंप के इस बयान पर अभी तक ईरान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई के कार्यालय कोई जवाब नहीं दिया है. हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था की रिपोर्ट में सामने आया कि ईरान हथियार बनाने के लिए यूरेनियम का उत्पादन तेजी से कर रहा है.