इस कंपनी ने बनाया वो घातक हथियार जिससे रूस-यूक्रेन युद्ध में मच सकता है कोहराम

रूस और यूक्रेन की लड़ाई ने रोचक मोड़ ले लिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है. लेकिन क्या आपको मालूम है कि दुनिया की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी लॉकडीह मार्टिन की कमाई कितनी होती है.

आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) Image Credit: @Tv9

रूस और यूक्रेन की लड़ाई ने 1000 दिन बाद रोचक मोड़ ले लिया है. जाते-जाते अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. यह मिसाइल बेहद घातक है और इसे अमेरिका की दिग्गज डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है. रिपोर्ट के अनुसार एक मिसाइल की कीमत एक से डेढ़ मिलियन डॉलर के करीब है. यानी इस मिसाइल का सौदा बेहद महंगा है. आज हम आपको लॉक हीड मार्टिन के बारे में बता रहे हैं, जो दुनिया की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी है. यह कंपनी कितनी बड़ी है इसे इसी तरह समझा जा सकता है कि इसकी मार्केट कैप 139.7 बिलियन डॉलर है और उसकी कमाई का 78 फीसदी हिस्सा रक्षा सौदों से आता है. इस डील के बाद अगर यूक्रेन और रूस के बीच मिसाइल की वजह से तनाव गहराता है तो दुनिया को नए आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है.

क्या है ATACMS मिसाइल की खासियत?

क्या है कीमत?

प्रत्येक ATACMS मिसाइल की कीमत का आधिकारिक ब्यौरा उपलब्ध नहीं है. लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन को दी जाने वाली मिसाइल की प्रति यूनिट कीमत एक से डेढ़ मिलियन डॉलर (तकरीबन 8.4 करोड़ से 12 करोड़) के बीच हो सकती है.

कितनी बड़ी है लॉकहीड मार्टिन?

लॉकहीड मार्टिन एक रक्षा और एयरोस्पेस सेक्टर की अमेरिकी कंपनी है. इसका गठन मार्च 1995 में लॉकहीड कॉर्पोरेशन के मार्टिन मैरिएट के साथ विलय से हुआ था. कंपनी का हेड ऑफिस नॉर्थ बेथेस्डा, मैरीलैंड में है. कंपनी के मार्केट कैप की बात करें तो 2024 की रिपोर्ट के अनुसार लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन (LMT) का साइज 139.7 बिलियन डॉलर है. जनवरी 2022 तक, लॉकहीड मार्टिन दुनिया में लगभग 1,15,000 कर्मचारियों को रोजगार देती है, जिसमें से लगभग 60,000 इंजीनियर और वैज्ञानिक शामिल हैं. वित्तीय वर्ष 2014 के लिए कमाई के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा रक्षा कांट्रैक्टर था. साल 2013 में, लॉकहीड मार्टिन का 78 फीसदी राजस्व सैन्य बिक्री से आया था.

ट्रंप और बाइडन का अलग है रुख

ध्यान देने वाली बात है कि जो बाइडन ने यूक्रेन को मिसाइल इस्तेमाल करने की हरी झंडी ऐसे समय में दिखाया जिसके कुछ वक्त के बाद उन्हें राष्ट्रपति पद छोड़ना है. हालांकि अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जो जनवरी में पदभार संभालेंगे ने अपनी मंशा को साफ कर दिया है. ट्रंप ने पहले ही बता दिया था कि वह जितनी जल्दी हो सके इस घमासान को खत्म करेंगे. ऐसे में अगर यूक्रेन और रूस के बीच मिसाइल की वजह से तनाव गहराता है तो दुनिया को नए आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है.

क्या है पूरा मामला?

असल में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. इसके बाद यूक्रेन ने अमेरिका से मिली लंबी दूरी की ATACMS मिसाइलों का इस्तेमाल रूस पर कर दिया है. यूक्रेन ने रूस के ब्रांस्क सीमा क्षेत्र में एक सैन्य ठिकाने पर हमला किया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब यूक्रेन ने रूस पर मिसाइल का इस्तेमाल करते हुए हमला किया है.