क्‍या है जर्मनी का ‘फोकस ऑन इंडिया’ डॉक्‍यूमेंट, News9 Global Summit में जिसका पीएम मोदी ने किया जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जर्मनी के स्टटगार्ट शहर में आयोजित News9 Global Summit को संबोधित किया. भारत को जर्मनी का भरोसेमंद साझेदार बताते हुए उन्होंने कहा कि जर्मनी का 'फोकस ऑन इंडिया' दस्तावेज इस बात की पुष्टि करता है कि दुनिया भारत को एक 'स्ट्रैटेजिक और टेक्नोलॉजिकल हब' के रूप में देख रही है. जानते हैं 'फोकस ऑन इंडिया' क्या है और जर्मनी ने इसमें भारत के बारे में क्या कहा है?

जर्मनी में आयोजित न्यूज9 ग्लोबल समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. Image Credit: Money9

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जर्मनी के स्टटगार्ट शहर में आयोजित News9 Global Summit को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच बढ़ती साझेदारी ‘नए युग की शुरुआत’ है. उन्होंने इंडो-जर्मन पार्टनरशिप की प्रासंगिकता और इसकी व्यापक संभावनाओं पर चर्चा करते हुए कहा, जर्मनी का ‘फोकस ऑन इंडिया’ दस्तावेज बताता है कि आज दुनिया भारत को एक ‘स्ट्रैटेजिक और टेक्नोलॉजिकल हब’ के रूप में देख रही है.

क्या है फोकस ऑन इंडिया

2024 भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी का 25वां वर्ष है. दोनों देशों ने अगले 25 वर्षों के लिए विकसित भारत के लिए रोडमैप तैयार किया है. इसी रोडमैप के तहत जर्मनी की कैबिनेट ने “फोकस ऑन इंडिया” दस्तावेज जारी किया है. इसमें दोनों देशों के साथ मिलकर आगे बढ़ने और विश्व कल्याण की शक्ति बनने की रूपरेखा पेश की गई है.

बेहतर दुनिया के लिए भारत अहम

इस दस्तावेज में भारत के एक युवा और लोकतंत्र देश होने को दुनिया के लिए अहम करार दिया है. इसमें बताया गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था को अहम बदलावों के दौर से गुजर रही है. ये बदलावा न्यायसंगत और टिकाऊ दुनिया को आकार देने की भारत की अकांक्षाओं को दर्शाते हैं और वैश्विक मामलों में भारत की अहम भूमिका को जाहिर करते हैं.

भारत की कामयाबी दुनिया की कामयाबी

भारत आज दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है. इस दस्तावेज में कहा गया है सबसे बड़ी आबादी वाले देश के तौर पर भारत वैश्विक नीतियों को आकार देने में अहम भूमिका रखता है. सभी के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिहाज से जलवायु संरक्षण, पर्यावरणीय स्थिरता और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के मुताबिक जैव विविधता संरक्षण के मकसदों के लिहाज से भारत की कामयाबी दुनिया की कामयाबी के लिए अहम है.

भारत विश्व शांति की ताकत

रूस-यूक्रेन युद्ध के खिलाफ भारत ने शांतिपूर्ण समाधान के लिए पूरी ताकत से आवाज उठाई. इस तरह से भारत ने वैश्विक मुद्दों के कूटनीति हल और अपनी रचनात्मक सहभागिता को दिखाया है. इस तरह भारत विश्व शांति के लिए एक अहम ताकत बनकर उभर रहा है.

क्षेत्रीय स्थिरता में अहम किरदार

इस दस्तावेज में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों पर आधारित वैश्विक व्यवस्था इन दिनों दबाव में है. खासतौर पर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भू-राजनीतिक संघर्ष चिंताजनक हैं. इस क्षेत्र की स्थिरता के लिए भारत अहम किरदार है.

इन क्षेत्रों में साथ काम करेंगे भारत-जर्मनी

इस दस्तावेज में उन क्षेत्रों को भी उकेरा गया है, जिनमें आने वाले 25 साल में भारत और जर्मनी साथ काम करेंगे. इनमें नवाचार और प्रौद्योगिकी क्षेत्र सबसे अहम है. भारत आईटी, डिजिटल इन्फ्रा और स्पेस एक्सप्लोरेशन केंद्र के रूप में उभरा है. इन क्षेत्रों में दोनों देश मिलकर काम करेंगे. इसके अलावा जलवायु लक्ष्यों पर दोनों देश साथ काम करेंगे. इसके लिए खासतौर पर
रिन्युएबल एनर्जी, सोलर एनर्जी और ग्रीन हाइड्रोजन में साथ काम करेंगे. इसके लिए दोनों देशों ने ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स भी बनाई है. इसके अलावा रिन्युएबल एनर्जी इन्वेस्टमेंट फोरम भी तैयार किया गया है.

पूरी रिर्पोट को यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं.