पाक चीन जोड़ी की भारी बेइज्जती, बना दिया अरबों का एयरपोर्ट; पर कोई यात्री नहीं कोई फ्लाइट नहीं
ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पूरी तरह से चीन के आर्थिक सहयोग से बना है. इस नए निर्मित एयरोपर्ट की गिनती पाकिस्तान के सबसे आधुनिक हवाई अड्डों में हो रही है. इसके बावजूद भी अभी तक फ्लाइट सर्विस शुरू नहीं हो पाई है. इस एयरपोर्ट को बनाने के लए चीन ने $240 मिलियन (19,68 करोड़ रुपये) खर्च किया है.
Gwadar International Airport: पाकिस्तान के तटीय ग्वादर शहर में चीन के सहयोग इंटरनेशनल एयरपोर्ट कई महीने पहले बनकर तैयार हो गया है, लेकिन इसके बावजूद इस एयरपोर्ट से फ्लाइट सर्विस शुरू नहीं हुई है. हालांकि, इस एयरपोर्ट के शुरू होने से पाकिस्तानी अवाम को विदेश में सफर करना आसान हो जाएगा. ऐसे इस एयरपोर्ट की सालाना कैपेसिटी 400,000 यात्रियों की है. यानी एयरपोर्ट से फ्लाइट का संचान शुरू होने पर सालभर में 400,000 लोग हवाई सफर कर सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ग्वादर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पूरी तरह से चीन के आर्थिक सहयोग से बना है. इस एयरपोर्ट को बनाने के लए चीन ने $240 मिलियन (19,68 करोड़ रुपये) खर्च किया है. ऐसे यह एयरपोर्ट पिछले साल अक्टूबर महीने में बनकर तैयार हो गया है. लेकिन अभी तक ग्वादर एयरपोर्ट से वाणिज्यिक उड़ान शुरू नहीं की गई है.
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आर्थिक गलियारे की आधारशिला
हालांकि, इस नए निर्मित एयरोपर्ट की गिनती पाकिस्तान के सबसे आधुनिक हवाई अड्डों में हो रही है. इसे चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की आधारशिला भी कहा जा रहा है, जिसे चीन के झिंजियांग प्रांत को अरब सागर से जोड़ने के लिए डिजाइन किया गया है.
क्या कहते हैं पाकिस्तानी एक्सपर्ट
हालांकि, अपर्याप्त बिजली और पानी की आपूर्ति से जूझ रहे ग्वादर शहर के स्थानीय लोग एयरपोर्ट को स्थानीय जरूरतों पर हावी होने वाले बाहरी हितों के प्रतीक के रूप में देखते हैं. पाकिस्तान-चीन संबंधों के विशेषज्ञ अजीम खालिद का कहना है कि यह एयरपोर्ट पाकिस्तान या ग्वादर के लिए नहीं है, बल्कि यह चीन के लिए है. ताकि चीनी नागरिक ग्वादर और बलूचिस्तान आसानी से पहुंच सकें. हालांकि, इस एयरपोर्ट की सुरक्षा के ऊपर पाकिस्तान सरकार को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है.
बलूचिस्तान लंबे समय से अलगाववादी विद्रोहियों का केंद्र रहा है, जहां आतंकवादी स्थानीय परियोजनाओं में शामिल पाकिस्तानी सेना और चीनी नागरिकों दोनों को निशाना बनाते हैं. जवाब में, पाकिस्तानी सरकार ने अपनी सैन्य उपस्थिति को बढ़ा दिया है.
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स्थानीय लोगों की परेशानियां
पाकिस्तान सरकार ने CPEC के माध्यम से शहर में आर्थिक विकास में तेजी लाने के वादे किए थे. कहा जा रहा था कि इस एयरपोर्ट के बनने से रोजगार पैदा होगा. लेकिन इस प्रोजेक्ट में स्थानीय लोगों को नजरअंदाज किया गया है. अभी भी स्थानीय लोग साफ पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं. जबकि नया ग्वादर इंटरनेशन एयपोर्ट महत्वाकांक्षी भू-राजनीतिक रणनीतियों का एक वसीयतनामा है.