जायडस लाइफसाइंसेज को मिली प्रोस्टेट कैंसर की दवा बनाने की मंजूरी, जानें पूरी डिटेल
दवा बनाने वाली कंपनी जायडस लाइफसाइंसेज को प्रोस्टेट कैंसर की दवा बनाने के लिए मंजूरी मिल गई है. अहमदाबाद में कंपनी प्रोस्टेट कैंसर से जुड़ी दवाओं को बनाएगी. कंपनी को एन्जालुटामाइड टैबलेट के 40 mg और 80 mg फॉर्मूले को बनाने को मंजूरी मिल गई है.
दवा बनाने वाली कंपनी जायडस लाइफसाइंसेज को प्रोस्टेट कैंसर की दवा बनाने के लिए मंजूरी मिल गई है. अहमदाबाद में कंपनी प्रोस्टेट कैंसर से जुड़ी दवाओं को बनाएगी. कंपनी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए जेनेरिक दवा बनाने के लिए उसे मंजूरी मिल गई है. बुधवार को अमेरिकी हेल्थ रेगुलेटर ने कंपनी को दवा बनाने की छूट दे दी है.
जायडस लाइफसाइंसेज को प्रोस्टेट कैंसर के इलाज करने की दवा बनाने के लिए मंजूरी मिल गई है. यूएस की फूड और ड्रग एडमिनस्ट्रेशन ने कंपनी को एन्जालुटामाइड टैबलेट के 40 mg और 80 mg फॉर्मूले को बनाने को मंजूरी दी है. ये दवाइयां एण्ड्रोजन रिसेप्टर को रोकती हैं, जो कैस्ट्रेशन-प्रतिरोधी प्रोस्टेट कैंसर और मेटास्टेटिक कैस्ट्रेशन-सेंसिटिव प्रोस्टेट कैंसर के रोगियों के उपचार के सहायक है. भारत में इन दवाइयों का उत्पाद एसईजेड ग्रुप की ओर से किया जाएगा. इनका निर्माण अमहदाबाद में स्थित फर्म में किया जाएगा.
दवा की हुई थी रिकार्ड बिक्री
दवा की अमेरिका में रिकॉर्ड बिक्री हुई थी. IQVIA MAT के जुलाई में जारी आंकड़ों के मुताबिक, एन्जालुटामाइड टैबलेट के 40 mg और 80 mg की दवाओं की बिक्री करीब 1,417.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर हुई थी.
प्रोस्टेट कैंसर क्या होता है
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होता है. यह आदमियों होने वाली एक जानलेवा बीमारी है. यह कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि में होता है. अमूमन इसके होने का पता नहीं चल पाता है. इस कैंसर के हो जाने से पुरुषों की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है. वैसे-वैसे इसका खतरा बढ़ता जाता है. यह कैंसर ज्यादातर पुरुषों में धीरे-धीरे बढ़ता है. इस कैंसर के होने से पुरुषों को पेशाब करने में दिक्कत होती है. कई बार यूरीनेट करते समय खून भी आ जाता है. इसका इलाज दवाओं और ऑपरेशन दोनों तरीके से किया जा सकता है.