पर्सनल लोन, जैसा कि नाम से ही पता चलता है, यह एक ऐसा लोन है जिसे आप अपनी व्यक्तिगत या पर्सनल जरूरतों को पूरा करने के लिए ले सकते हैं. यह अनसिक्योर्ड लोन होता है, यानी आपको इसके लिए कोई गारंटी जैसे घर या सोना गिरवी नहीं रखना पड़ता है. हां, आपकी नौकरी, इनकम स्टेबल है या नहीं, क्रेडिट स्कोर क्या है, प्रोफेशन क्या है, ये सब परखा जाता है. इस लोन से मिले पैसों का इस्तेमाल शादी, घूमना-फिरना, मेडिकल इमरजेंसी, या किसी अन्य आवश्यकता के लिए किया जा सकता है.
ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी इनकम, प्रोफेशन क्या है. आमतौर पर बैंक सुनिश्चित करते हैं कि आपकी कुल EMI आपकी मासिक आय का 40% से 50% से ज्यादा न हो. अगर आप बिजनेस करते हैं, तो लोन की राशि आपके मुनाफे और प्रॉफिट-लॉस स्टेटमेंट पर निर्भर करेगी. अगर आप सैलरीड प्रोफेशनल हैं, तो बैंक आपकी सैलरी और अन्य देनदारियों को ध्यान में रखेगा.
हां, आप ज्वाइंट पर्सनल लोन ले सकते हैं, आप इसे अपने जीवनसाथी, माता-पिता, या भाई-बहन के साथ ले सकते हैं. ज्वाइंट लोन का फायदा यह है कि दोनों आवेदकों की आय को मिलाकर बैंक ज्यादा से ज्यादा पैसा दे सकता है. लेकिन आपके पार्टनर का अगर क्रेडिट स्कोर खराब है, तो लोन अस्वीकार होने का रिस्क भी हो सकता है.
कागजात हर बैंक के हिसाब से अलग हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होती है:
आय का प्रमाण: सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट, या ITR फॉर्म.
पता और पहचान का प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि.
पर्सनल लोन उन लोगों के लिए एक आसान और तेज समाधान है, जिन्हें अचानक वित्तीय जरूरतों को पूरा करना हो. इसकी प्रक्रिया सरल होती है. लेकिन हमेशा ध्यान रखें कि लोन तभी लें, जब आप समय पर इसे चुकाने में सक्षम हों. यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को मजबूत बनाए रखेगा और भविष्य में बेहतर वित्तीय ऑप्शन के लिए रास्ता खोलेगा.